सिद्धार्थनगर। हाल ही में पश्चिमी दिशा से मध्यवर्ती अक्षांश के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आये सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के पिछले सोमवार को गुजर जाने से इसके कोल्ड फ्रंट (शीताग्र) का प्रभाव समाप्त हो जाने के साथ तराई क्षेत्र में पहाड़ी क्षेत्रो से तीव्र वेग से आ रही पछुवा तथा उत्तरी-पश्चिमी शुष्क एवं ठंडी हवाओं की गति घट जाने के कारण पिछले 3-4 दिनों के दौरान तापमान में सुधार का रूख रहा है। सिद्धार्थनगर में शुक्रवार की सुबह न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेन्टीग्रेड रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले दिन से 0.6 डिग्री सेंटीग्रेड अधिक था; जबकि दिन का अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री सेन्टीग्रेड रिकॉर्ड किया गया। इस दौरान सुबह में अधिकतम आर्द्रता शत प्रतिशत जबकि शाम की न्यूनतम आर्द्रता 47% के आस पास रही। इसी क्रम में पश्चिमी दिशा से मध्यवर्ती अक्षांश के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आ रहे एक अन्य अपेक्षाकृत शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ तथा इससे सम्बद्ध उत्प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण, जो कि 26 दिसम्बर से उत्तर-पश्चिमी हिमालयीय क्षेत्र को प्रभावित करना आरम्भ करेगा, के वार्म फ्रंट (उष्णाग्र) के प्रभाव के कारण तराई क्षेत्र में शुष्क एवं ठंडी पछुवा हवाओं के आर्द्र एवं अपेक्षाकृत गर्म पुरवा हवाओं द्वारा प्रतिस्थापित हो जाने तथा आसमान में बादलों के आ जाने से रात्रिकालीन विकिरणीय शीतलन अवरूद्ध हो जाने के कारण विशेषतः न्यूनतम तापमान में क्रमिक वृद्धि होनी प्रारंभ हो जाएगी तथा इसके आगे आने वाले 4-5 दिनों में 3-4 डिग्री सेंटीग्रेड की वृद्धि के साथ 12 डिग्री सेंटीग्रेड के आस पास पहुँच जाने की सम्भावना है। इसी अनुक्रम में इस पश्चिमी विक्षोभ तथा इससे सम्बद्ध उत्प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण के उत्तरोत्तर पूर्वी अग्रसरण के कारण 28 दिसम्बर को तराई क्षेत्र में बूंदा-बांदी के साथ हल्की बारिश होने की भी सम्भावना है। इसके साथ ही आगामी 2-3 दिनों के दौरान निचले वातावरण में स्थिरता बढ़ने के कारण कुहरे के प्रभाव में वृद्धि हो सकती है तथा प्रातःकाल में कुछ स्थानों पर मध्यम से घना कुहरा पड़ सकता है जो दिन चढ़ने के साथ धीरे धीरे समाप्त हो जायेगा।