गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव नवीन कुमार सक्सेना ने सपा के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए विकास और मूलभूत सुविधाओं से ध्यान हटाने व खस्ताहाल कानून व्यवस्था को ध्यान से भटकाने के लिए प्रदेश वासियों और देशवासियों को छद्म धर्म वाद, छद्म राष्ट्रवाद एवं छद्म जातिवाद और छद्म परिवारवाद के शब्द जाल में उलझा कर अपना उल्लू सीधा करने में जुटी हुई है, हिंदू- मुसलमान, कब्रिस्तान -श्मशान तुष्टीकरण जैसे हल्के शब्द प्रयोग करके ध्रुवीकरण कराने में जुटी है और अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए देवी देवताओं के नाम का इस्तेमाल कर रही है तथा उनके मंदिरों के पीछे जाकर छुपना चाहती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अपनी हार को लेकर भारतीय जनता पार्टी बौखलाई है और विकास के एजेंडे पर बात ही नहीं करना चाहती भाजपा अपने संकल्प पत्र में किए गए वादे पूरे नहीं किए आज देश व प्रदेश में बेरोजगारी से लोग परेशान है चरम सीमा पर महंगाई है कुशासन भ्रष्टाचार एवं अपराध में बढ़ोतरी हो गई है उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और जंगलराज कायम है महिला सशक्तिकरण के नाम पर महिलाओं को छलने का काम भाजपा की मोदी और योगी सरकार ने किया है। भाजपा के स्वामी चिन्मयानंद और सिंगर जैसे नेता बलात्कार जैसे गंभीर धाराओं में जुर्म करके महिला सशक्तिकरण के इनके वादे को ठेंगा दिखा चुके हैं। भाजपा 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प भूल चुकी है किसानों की लागत मूल्य 3 गुना कर दिया है जहां एक तरफ प्रदेश में बिजली प्रति यूनिट किसानों को चारों रुपए मिलती थी साडे ₹7 है डीजल जो 55 रुपया लीटर था वह 95 रुपये पार है यूरिया की बोरी में 5 किलो की यूरिया मोदी योगी सरकार के द्वारा ली गई है, और दाम भी बढ़ा दिया गया है। यूरिया और डीएपी किसानों को लाइन में खड़ा करके नहीं मिल रही है और लाठियों का भागी बनाया गया है। तीनों काले कानून लाकर 756 से ज्यादा किसानों की आहुति भारतीय जनता पार्टी के द्वारा अपने अहंकार के यज्ञ में ली गई है और इनके मंत्री के उकसाने पर मंत्री के पुत्र के द्वारा 4 किसानों और एक पत्रकार की हत्या भी की गई। इन के शासनकाल में माफिया ना तो प्रदेश छोड़े हैं ना ऊपर गए हैं ना जेल में है बल्कि माफिया इनकी पार्टियों में शरण स्थली पाए हुए हैं और मुख्यमंत्री समेत 117 भाजपा विधायकों पर जघन्य अपराध के मामले न्यायालय में विचारणीय है तथा 35 ऐसे सांसद हैं जिन पर गंभीर मामले दर्ज है जो सरकार पुलिस प्रशासन को अपराधी सोच का बना दें और पुलिस का इस्तेमाल हत्या करने के लिए करें ऐसी सरकार को उत्तर प्रदेश के लोग दोबारा चुनना नहीं चाहते हैं क्योंकि पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा पुलिस अभिरक्षा में 467 से ज्यादा मृत्यू हुई है तथा फेक एनकाउंटर के मामले में मानवाधिकार आयोग के द्वारा पुरी देश की 22 मामलों की जांच की गई जिसमें 17 मामले उत्तर प्रदेश के फेक एनकाउंटर साबित हुए। भाजपा मानवीय संवेदना एवं मूलभूत आवश्यकताओं पर बात ना करके देश और प्रदेश के नागरिकों को गुमराह करना चाहती है। समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव की सरकार ने विश्व के मानक पर उत्तर प्रदेश को खड़ा किया था जिसमें चाहे आगरा एक्सप्रेसवे हो अथवा यमुना एक्सप्रेसवे को पूरा कराना रहा हो, चाहे एलिमिनेटेड नोएडा में बनी रोड हो, लखनऊ में बने मेट्रो हो, कानपुर के लिए मेट्रो की धरातल तैयार करना, लखनऊ के अंदर गोमती रिवर फ्रंट हो, जनेश्वर मिश्र पार्क हो, कैंसर हॉस्पिटल, मेदांता हॉस्पिटल हो या जयप्रकाश नारायण कंवेंशन हॉल हो, अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, समाजवादी कन्या विद्याधन, लैपटॉप वितरण हो, समाजवादी पेंशन हो, विधवा पेंशन हो, लोहिया आवास, छात्राओं व मजदूरों को साइकिल का वितरण रहा हो अथवा ई रिक्शा का गरीब और मजलूमों को वितरण रहा हो, तमाम अभूतपूर्व कार्य समाजवादी पार्टी की सरकार में किए गए। वही दूसरी तरफ गोरखपुर में एक भी हमारे विधायक, सांसद, मेयर, विधान परिषद सदस्य नहीं रहे इसके बावजूद हमारी सपा सरकार ने गोरखपुर के विकास के लिए आमूलचूल रूप से कार्य किए
गोरखपुर में पांच फ्लाईओवर दिए,देवरिया बाईपास रोड दी, गोरखपुर से कालेश्वर वाया देवरिया कुशीनगर लखनऊ फोरलेन, गोरखपुर में राजघाट का पुल और पुलिस पर जालीकरण का काम तथा 500 बेड का बाल चिकित्सा संस्थान, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को प्राविधिक विश्वविद्यालय बनाया तथा गोरखपुर में पुराने इलाकों में बिजली के अंडरग्राउंड बिजली का काम आदि बड़े पैमाने पर गोरखपुर में सपा सरकार ने काम किया। राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ दूसरे के किए गए कार्यों को अपना कार्य बताने पर 4.5 साल बिता दिए और इसके अलावा इस सरकार ने देश और प्रदेश के डेवलपमेंट के लिए कुछ नहीं किया। आज प्रदेश की जनता अखिलेश यादव की सरकार बनाने के लिए तत्पर है क्योंकि जनता ने समाजवादी सरकार के विकास के काम को देखा भी है और सराहा भी है।