राजस्थान- चुरू के राज डीबी जनरल जिला अस्पताल में बतौर मेडिकल अफसर तैनाती के बाद जाने माने बाल रोग विशेषज्ञ डॉ एम आर पांडेय को उनके चाहने और जानने वाले लोगों ने बड़ी तादात में उन्हें नई पारी की बधाई और शुभकामनाएं दी है। गौरतलब हो कि मूलतः बिहार प्रान्त के गोपालगंज एरिया के रहने वाले शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एम आर पांडेय की पढ़ाई जयपुर से हुई जिसके बाद उन्होंने बतौर पेशे के जरिये लोगों की सेवा के साथ हरियाली यानी वृक्षारोपण कार्यक्रम को बढ़ावा देते चले आ रहें है।कोरोना कॉल में एक योद्धा की भांति बिना अपनी जान की परवाह किये डॉ एम आर पांडेय रोगियों का इलाज करते नजर आए।कोविड की तीसरी सम्भावित लहर को लेकर लोगों में अपने बच्चों को लेकर उठ रही शंकाओ के मद्देनजर डॉ एम आर पांडेय ने कहा कि इससे घबड़ाने की कोई जरूरत नही बस जरूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी को सलाह देते हुए कहा कि सबसे पहली बात तो यह दिमाग से निकाल दीजिए कि तीसरी लहर सिर्फ बच्चों के लिए खतरा लेकर आ रही है या उसका असर बच्चों पर ज्यादा होगा। इस बात का अब तक कोई वैज्ञानिक ज्ञात आधार नहीं है। अब दूसरी बात, बच्चों की इम्युनिटी बड़ों की तुलना में अलग स्तर पर काम करती है। दूसरी लहर या सेकेंड वेव के दौरान भी बच्चों में पॉजिटिविटी रेट कम था। यदि बच्चे इन्फेक्ट हुए भी तो ज्यादातर माइल्ड सिम्टम्स के साथ ही ठीक भी हो गए। आगे भी यदि बच्चों को इंफेक्शन हुआ तो उसके माइल्ड होने की ही सम्भावना ज्यादा होगी। मतलब थर्ड वेव में भी 90 प्रतिशत बच्चों में संक्रमण माइल्ड होगा। हां जिन बच्चों में कोई गम्भीर बीमारी जैसे अस्थमा, गम्भीर मोटापा, डायबिटीज, आदि है उनके साथ दिक्कत ज्यादा हो सकती है लेकिन वह आशंका तो बड़ों में भी है। इसका केवल बच्चों पर ही असर होगा ऐसा नहीं है।
बच्चे को ताजी हवा और धूप भी दें,अगर आपका बच्चा एक्टिव है, उसे नियमित भूख लगती है, सामान्य भोजन करता है, उसे कोई गम्भीर बीमारी नहीं है और वह सामान्य ग्रोथ कर रहा है तो आपको बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ बच्चे को सामान्य हाइजीन और सुरक्षा उपाय के बारे में बतायें और उसे संतुलित डाइट और फिजिकल एक्टिविटी का रूटीन दें।