एडीजी जोन के निर्देश पर CO मेंहदावल को मिली है मामले की जांच
एसओ की कुर्सी पर बैठ फोटो खिंचाकर युवक द्वारा वॉयरल करने का मामला….
यूपी में समय समय पर खाकी अपने कारनामो की वजह से चर्चा में रहती है, कभी रिश्वत के नाम पर तो कभी फर्जी एनकाउंटर के नाम पर तो कभी किसी अन्य मामलों को लेकर। यूपी पुलिस अपने तमाम कारनामों के चलते अक्सर चर्चाओं में बनी रहती है। कुछ अलग कारनामो की इसी फेहरिस्त में आजकल चर्चा का विषय बन बैठी है यूपी के संतकबीरनगर जिले की धर्मसिंहवा पुलिस। यहां के थानेदार जिनके आगे कायदे कानून कोई मायने नही रखतें हैं। धर्मसिंहवा थाना एसओ की कार्यशैली हूबहू हिंदी फिल्म निर्माता प्रकाश झा कृत गंगाजल और अपहरण फ़िल्म के थानेदारों जैसी दिखती है। जी हाँ हम बात कर रहें हैं जितेंद्र यादव की जो धर्मसिंहवा थाने के थानेदार हैं, जिनकी कुर्सी मानो लावारिस है, जब जो चाहे आकर बैठ जाए !एसओ के ऑफिस में लगी उनकी कुर्सी पर बैठे एक युवक की तस्वीरें सोशल मीडिया में वॉयरल होने पर पूरे मामले की जांच एडीजी जोन के निर्देश पर एसपी डॉ कौस्तुभ ने सीओ मेंहदावल को सौंपी हैं। जिसके बाद धर्मसिंहवा थाने में इसको लेकर हड़कंप सी स्थिति है, नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिसकर्मी ने बताया कि यदि सही से जांच हुई तो साहब नप जाएंगे क्योंकि कुर्सी पर बैठकर उनका ही चहेता फोटो खिंचवाया था। जो उनका बड़ा खास है, अब खास क्यों हैं ये तो एसओ साहब ही जाने? उस युवक को एसओ साहब ने मानो इतनी खुली छूट दे रखी थी कि युवक का जब भी मन करता है वह थाने आकर उनकी कुर्सी पर कब्जा जमाकर बैठ जाता है, क्या मज़ाल कि कोई पुलिसकर्मी उसे मना कर सके। यूं तो थाना गेट पर मोटे मोटे अक्षरों में लिखा होता है कि “दलालों का प्रवेश वर्जित” पर तस्वीर में थानेदार की कुर्सी पर बैठने वाला यह युवक कौन है? जो शायद साहब की अनुपस्थिति में थाना चला रहा है, शौकीयन कोई तो जाकर एसओ की कुर्सी पर बैठ फोटो खिंचवा नही सकता, न ही किसी मे इतनी हिम्मत ही होगी, जाहिर सी बात है इसमें एसओ साहब की रजामंदी ही होगी। अब सोंचने वाली बात यह है कि एसओ साहब अपनी कुर्सी क्यों एक युवक के हवाले कर दिए? क्या वो उनका रिश्तेदार है? या उनका द…..खैर जब युवक ने लोगों पर धौंस जमाने की चाहत में फोटो को अपने फेसबुक पर पोस्ट किया तब वह इतनी तेजी से वॉयरल हुआ कि वो खबर का अंग बन गया। थानेदार की कुर्सी पर बैठने वाले युवक की तस्वीर से जुड़ी खबर विश्वसनीय न्यूज़ संस्थान सत्यमेव टाइम्स पर चलने के बाद हड़कंप मच गया, पूरे मामले की जांच जब एडीजी जोन गोरखपुर ने दिया तब युवक ने झटपट फेसबुक से वो पोस्ट हटाकर सत्यमेव टाइम्स के खिलाफ सोशल मीडिया में अनाप शनाप पोस्ट डाल यह सिद्ध करने की कोशिश करने लगा कि वो फोटो थाने की न होकर किसी विद्यालय की है।
सीसीटीवी खंगालने से निकल सकता है कुर्सी पर बैठने का राज !!
आरोपी बचने व बचाने को लेकर गढ़ रहा है दूसरी कहानी
बता रहा है किसी दूसरे स्कूल के आफिस में बैठने का फोटो
आरोपी ने आखिर क्यो हटा दिया उस फोटो का पोस्ट
एसओ धर्मसिंहवा के कुर्सी पर बैठने व भौकाल बनाने के लिए सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करने का मामले की जांच अब सी ओ मेंहदावल अम्बरीश कुमार भदौरिया करेंगे। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एडीजी जोन अखिल कुमार ने एसपी संतकबीर नगर को जांच कराये जाने का निर्देश दिया जिसपर एसपी डाक्टर कौस्तुभ ने सीओ मेंहदावल को जांच के लिए निर्देशित किया है। अब मामले की पारदर्शिता से जांच की जाय तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। बताया जा रहा है कि यह फोटो जिस दिन आरोपी युवक ने खिंचवाया था वह क्षेत्र में तैनात एक एसआई के मोटरसाईकिल पर बैठकर थाने पर आया था जिसे थाने के सीसीटीबी से प्रमाणित किया जा सकता है। घटना लगभग दो दिन पहले की है । मामले को गर्म होता देख आरोपी युवक ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से कुर्सी पर बैठने तथा एसओ के साथ अन्य फोटो को डिलीट कर दिया है। आरोपी दूसरी कहानी गढ़ते हुए एसपी को पत्र दिया है कि वह फोटो किसी स्कूल के आफिस का है अब प्रश्न यह बनता है कि अगर दूसरे किसी स्कूल का फोटो है तो पोस्ट किय हुए फोटो अपने एकांउंट से डिलीट क्यों कर दिया। जानकारी यहां तक मिल रही है कि धर्मसिंहवा थाने के कर्मी मेज का मेजपोस व उस पर रखा गुलदस्ता व सीसा बदलने का प्रयास कर रहें हैं। अब मामला सीओ की निष्पक्ष जांच पर निर्भर करता है कि क्या वो सीसीटीवी फुटेज खंगाल पुख्ता प्रमाणों के साथ एसओ और युवक पर कार्यवाही करेंगे अथवा विभाग की लाज बचाने के लिए मामले को ठंडे बस्ते में डाल देंगे।