एक तरफ भाजपा सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने का दावा कर रही है वही दूसरी तरफ भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है भाजपा सरकार में धर्म के प्रति कोई भी गलत कार्य नही होने का शोर जारी है खास कर मंदिरों के प्रति वर्तमान सरकार विशेष सतर्क नजर आती रही है मंदिरों के निर्माण और उसके रखरखाव के प्रति सरकार ध्यान देने में नही चूकती लेकिन इसका उल्टा परिणाम जिले में बने सिंघेस्वरी मंदिर में देखने को मिला जहाँ नगर पालिका नौगढ़ द्वारा निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है मंदिर प्रांगण में बन रहे बाउंड्री में मंदिर द्वारा निकले पुराने ईंट का प्रयोग किया जा रहा है और अन्य मटेरियल भी घटिया क्वालिटी का इस्तेमाल किया जा रहा है मंदिर में बन रहे फाउंडेसन पार्क में भी कोई मानक और गुडवत्ता नही है मंदिर में फैली गंदगी सरकार के स्वच्छ भारत मिशन की कहानी बताने में भी पीछे नही है कोरोना के बढ़ते खतरे के बाद भी यहाँ गंदगी का ढेर लगा है वही मंदिर संचालक दिव्यांसु महाराज ने नगर पालिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर के लिए नगर पालिका का भ्रष्टाचार अशोभनीय है उन्होंने कहा कि मंदिर में लगने के लिए आये टाइल्स को भी नगर पालिका उठा ले गई उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार 26 लाख का बजट मंदिर के लिए आया था लेकिन कोई भी कार्य अभी तक पूर्ण नही हुआ इस मौके पर नगर पालिका अधिशासी अभियंता एवं उपजिलाधिकारी विकास कश्यप ने कहा कि इसकी जांच की जाएगी गलत पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी।