सिद्धार्थनगर। पश्चिमी दिशा के मध्यवर्ती अक्षांश के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से उत्तरोत्तर आ रहे दो अन्य अपेक्षाकृत शक्तिशाली एवं सक्रिय पश्चिमी विक्षोभों में से एक जो 30 डिग्री उत्तरी देशांतर से उत्तर में 55 डिग्री पूर्वी अक्षांश के आसपास निचले तथा मध्यवर्ती क्षोभमंडल में एक द्रोणी के रूप में अवस्थित है तथा इसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर निचले क्षोभमंडल में उत्पन्न हुए उत्प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण, जो अरब सागर से नमी को उत्तर पश्चिमी भारत में पम्प कर रहा है, 4 जनवरी से सक्रिय रूप से प्रदेश को प्रभावित कर रहे हैं, के अग्रगामी वार्म फ्रंट (उष्णाग्र) के प्रभाव से सतही स्तर पर चल शुष्क एवं ठंडी पछुवा हवाओं के अपेक्षाकृत आर्द्र एवं गर्म पुरवा हवाओं से विस्थापित हो जाने के कारण 30 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में आ रही गिरावट में कमी आई है तथा अगले 48 घंटों के दौरान इसमें 2-4 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि होने की संभावना है।
इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान 4 जनवरी की सुबह सिद्धार्थनगर का न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेन्टीग्रेड रहा, जबकि इसी दौरान दिन में कुहरे तथा आंशिक बादलों के कारण दिन का अधिकतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस दौरान दिन की अधिकतम सापेक्षिक आर्द्रता 100 प्रतिशत जबकि न्यूनतम सापेक्षिक आर्द्रता 96% के आस पास रही। यद्यपि इस दौरान दिन के अधिकतम तापमान तथा सुबह के न्यूनतम तापमान के बीच ज्यादा अंतराल न होने तथा सर्द हवाओं के कारण दिन भर ठंड एवं गलन का असर बना रहा।
इस सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के उत्तरोत्तर पूर्वी अग्रसरण तथा दूसरे अनुगामी अपेक्षाकृत शक्तिशाली सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 07 जनवरी से आगामी 2-3 दिनों तक जनपद में छिटपुट बूँदा बांदी से लेकर हल्की बारिश होने की संभावना है।
इसी के साथ निचले क्षोभमंडल में हवा की गति तथा अस्थिरता बढ़ने के कारण आगामी 24 घंटों के दौरान कोहरे के घनत्व में कमी आने तथा 6 जनवरी से इसके नगण्य हो जाने की संभावना है, हालांकि 05 जनवरी को रात्रि/प्रातःकालीन दृश्यता 200 मीटर तक नीचे चले जाने की संभावना है जिसमें दिन चढ़ने के साथ धीरे धीरे सुधार होगा।