घने कोहरे के वजह से ठंड के मौसम में दुर्घटनाओं को होना आम बात होता है। जाड़े के मौसम में अक्सर दुर्घटनाओं की खबरें मन को विचलित कर जाती है।स्थानीय स्तर पर जब गम्भीर रूप से घायलों का उपचार संभव नही होता तो सरकारी व गैर सरकारी अस्पताल घायलों को तुरन्त गोरखपुर व लखनऊ रेफर कर देते हैं, परेशान परिजनों के पास अन्य कोई विकल्प न होने से अपने घायल सदस्य को लेकर उन्हें लखनऊ गोरखपुर जाना ही पड़ता है, जहां उन्हें तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है साथ ही आर्थिक नुकसान भी ज्यादे उठाना पड़ता है।
ऐसे में संतकबीरनगर जिले के शहर खलीलाबाद में बना कल्पित हॉस्पिटल लोगो के लिए एक वरदान बनकर सामने आया है। कल्पित हॉस्पिटल मे बना ICU वार्ड 24 घण्टे एक्टिव मोड में रहता है, जहां आपातकालीन सेवाएं इतनी हाईटेक है जिसके चलते सड़क हादसों के शिकार लोगो की जान बच जाती है। हाल ही में जिला मुख्यालय पर स्थापित कल्पित हॉस्पिटल अपनी बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं के चलते जल्द ही सबके भरोसे पर खरा उतरा है, स्थानीय स्तर के मरीज़ो को अब बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों में जाने की जरूरत नही रही। कल्पित हॉस्पिटल की नींव रखने के पीछे हॉस्पिटल प्रबंधन की साफ मंशा समाज सेवा ही है। नाम मात्र की फीस और उचित कीमतों में दवाइयों के साथ अब आपातकालीन सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में हॉस्पिटल प्रबंधन ने जनपदवासियों को अत्याधुनिक सुपर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल सरीखे आईसीयू वार्ड की सौगात दी है।आईसीयू वार्ड में रोगियों की देखभाल के लिए जहां प्रशिक्षित नर्स/वार्ड बॉय नियुक्त किये गए हैं वहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम रोगियों का इलाज़ करेगी। सड़क हादसे के शिकार लोगों के लिए जहां यह आईसीयू वार्ड वरदान साबित होगा, वहीं अन्य प्रकार के गम्भीर रोगियों के लिए बहुत सहायक होगा।आपको बता दें कि जिला अस्पताल से लगायत अन्य निजी अस्पतालों मे अत्याधुनिक आईसीयू वार्ड की सुविधाएं न मिलने से ठंड के मौसम में सड़क हादसों के शिकार मरीजो को प्रायः गोरखपुर अथवा लखनऊ रेफर किया जाता था जहां मरीजो के परिजनों को लाखों खर्च इलाज पर करना पड़ता था लेकिन जिले के खलीलाबाद शहर में स्थापित कल्पित हॉस्पिटल अब ऐसे लोगों के लिए वरदान बनकर सामने आया है जहाँ मरीज़ो का बेहतरीन ईलाज हो रहा है।