सिद्धार्थनगर।नव वर्ष के प्रथम सप्ताह के दौरान ही पश्चिमी दिशा के मध्यवर्ती अक्षांश के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से उत्तरोत्तर आने वाले दो पश्चिमी विक्षोभों में से एक, जिसने 4 जनवरी से प्रदेश को प्रभावित करना आरम्भ किया था, के प्रभाव से जनपद एवं आसपास के क्षेत्रों में 6 एवं 7 जनवरी को बूंदा बांदी के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई जो इस पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वी अग्रसरण के कारण उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे निकलने के साथ ही लगभग थम गई। इसी क्रम में अनुगामी अतिसक्रिय एवं अपेक्षाकृत अधिक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ, जो 7 जनवरी को दक्षिणी अफगानिस्तान एवं आसपास के क्षेत्र में निचले एवं मध्यवर्ती क्षोभमण्डल में ऊपरी क्षोभमण्डल तक विस्तारित एक द्रोणी के साथ एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में अवस्थित है तथा इससे संबद्ध दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान एवं संलग्न दक्षिणी पाकिस्तान के ऊपर निचले क्षोभमण्डल में अवस्थित उत्प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण अरब सागर से अत्यधिक मात्रा में नमी को उत्तर पश्चिमी एवं मध्य भारत में पम्प/सम्प्रवाहित कर रहा है, जिसका मध्य भारत के ऊपर बंगाल की खाड़ी से आ रही आर्द्र पुरवा हवाओं के साथ संगम हो रहा है। इन विशिष्ट भू-भौतिकीय परिस्थितियों के अंतर्गत यह दोनों प्रणालियां 7 जनवरी देर रात से सक्रिय रूप से प्रदेश को प्रभावित करना आरम्भ करेगा, तथा इसके प्रभाव से आगामी 9 जनवरी से अगले 2 दिनों के दौरान जनपद एवं आसपास के क्षेत्रों में आसमान में बादल छाये रहने तथा बूंदा-बांदी के साथ रूक-रूक कर हल्की बारिश होने की सम्भावना है।
इसी अनुक्रम में इस पश्चिमी विक्षोभ के अग्रगामी वार्म फ्रंट (उष्णाग्र) के प्रभाव से सतही स्तर पर अपेक्षाकृत आर्द्र एवं गर्म पुरवा हवाओं के प्रतिस्थापित हो जाने के कारण अगले 72 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है, परन्तु उसके बाद इस पश्चिमी विक्षोभ के निरंतर कमजोर पड़ते हुए उत्तरोत्तर पूर्वी अग्रसरण के साथ अनुगामी कोल्ड फ्रंट(शीताग्र) के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में तेज़ी से गिरावट आने की सम्भावना है।
इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान 7 जनवरी की सुबह सिद्धार्थनगर का न्यूनतम तापमान 14.3 डिग्री सेन्टीग्रेड तथा दिन का अधिकतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस दौरान दिन की अधिकतम सापेक्षिक आर्द्रता 98 प्रतिशत तथा न्यूनतम सापेक्षिक आर्द्रता 80% के आस पास रही। यद्यपि इस दौरान दिन के अधिकतम तापमान तथा सुबह के न्यूनतम तापमान के बीच अंतराल घटने के कारण दिन में भी ठंड का असर बना रहा।
इसी अनुक्रम में निचले क्षोभमंडल में स्थिरता बढ़ने के कारण अगले 24 घंटों के दौरान कोहरे के घनत्व में बढ़ोत्तरी होने तथा 8/9 जनवरी की रात्रि/प्रातःकालीन दृश्यता मध्यम से घने कोहरे के कारण 200 मीटर तक नीचे चले जाने की संभावना है हालांकि उसके बाद बाद कोहरे के घनत्व में व्यापक कमी आने तथा 10 जनवरी से इसके नगण्य हो जाने की संभावना है।