सिद्धार्थनगर।नव वर्ष के प्रथम पखवाड़े के दौरान आए दो उत्तरोत्तर पश्चिमी सक्रिय विक्षोभों के गुजरने के बाद अनुगामी कोल्ड फ्रंट (शीताग्र) का प्रभाव उत्तरोत्तर कम होने के कारण सतही स्तर पर उत्तर पश्चिमी पर्वतीय हिमालयीय क्षेत्रों तथा उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी एवं रेगिस्तानी क्षेत्रों से आने वाली शुष्क एवं ठंडी उत्तरी पश्चिमी हवाओं की तीव्रता/वेग में कमी आने तथा दिशा में थोड़ा परिवर्तन होने के कारण 11 जनवरी से न्यूनतम तापमान में निरंतर हो रही गिरावट लगभग थम गई है तथा आगामी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 21 जनवरी से तापमान में प्रभावशाली वृद्धि आरंभ हो जाने की संभावना है तथा इसी अनुक्रम में प्रदेश में आच्छादित कोहरे तथा शुष्क एवं ठंडी पछुवा हवाओं के प्रभाव में कमी आने के कारण अधिकतम तापमान में वृद्धि होने के फलस्वरूप जनपद में जारी शीत दिवस (कोल्ड डे) की परिस्थितियों में उत्तरोत्तर कमी आते हुए समाप्त हो जाने की संभावना है।राज्य मौसम विशेषज्ञ अतुल कुमार सिंह ने बताया कि भू-भौतिकीय एवं ऊष्मागतिकीय परिस्थितियों के परिणामस्वरूप जनपद तथा आसपास के क्षेत्रों में तापमान में संभावित वृद्धि की वजह से दिन के न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच का अंतराल बढ़ने के कारण 20 जनवरी के बाद कोहरे एवं गलन भरी सर्दी से राहत मिलने की सम्भावना है।
इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान 19 जनवरी की सुबह सिद्धार्थनगर का न्यूनतम तापमान लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की उल्लेखनीय वृद्धि के 8.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुँच गया, जबकि इसी दौरान कोहरे में कमी आने के कारण दिन के अधिकतम तापमान में भी बढ़ोत्तरी का रूख रहा, परंतु उठते कोहरे से बने निम्नस्तरीय बादलों के प्रभाव से दिन का अधिकतम तापमानमें में लगभग 1 डिग्री सेल्सियस की ही वृद्धि हो पाई तथा यह सामान्य से लगभग 5 डिग्री नीचे 17.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जिससे इस क्षेत्र में अभी भी शीत दिवस (कोल्ड डे) की स्थिति बरकरार रही। इस दौरान दिन की अधिकतम सापेक्षिक आर्द्रता 90 प्रतिशत तथा न्यूनतम सापेक्षिक आर्द्रता 65% के आस पास रही तथा औसत वायु वेग घटकर 5-6 किमी/घंटा (पछुवा) रहा।