आज हम विश्व तंबाकू निषेध दिवस मना रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ युवाओं में लगातार इसका चलन बढ़ रहा है। तंबाकू शरीर के सिर्फ एक अंग को प्रभावित नहीं कर रहा, बल्कि नर्वस सिस्टम को ही प्रभावित कर रहा है। जिसका प्रभाव शरीर के दूसरे अंगों पर पड़ रहा है।उक्त बातें संतकबीरनगर जिले के गोला बाजार में स्थित राम जानकी डेंटल क्लिनिक के एमडी व जाने माने दंत चिकित्सक डॉ संजीव श्रीवास्तव ने तम्बाकू निषेध दिवस के दिन सत्यमेव टाइम्स न्यूज़ से बातचीत के दौरान कही। तंबाकू को मौत का सामान बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके लत से तमाम गम्भीर बीमारियां होती हैं इसलिए स्वस्थ जीवन के लिए इस लत से लोग दूर ही रहे तो बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं में गुटखा, बीड़ी, सिगरेट आदि चीजों का सेवन कर रहे हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। दंत रोग विशेषज्ञ डॉ संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि तंबाकू के ज्यादा सेवन से मुंह के अंदर की परत में सब म्यूकस फाइब्रोसिस बीमारी हो रही है। यह कैंसर होने की पहली अवस्था है। जिसमें लोगों का मुंह कम खुलता है। साथ ही मुंह में मिर्च, नमक, मसाले, शराब के सेवन से जलन होती है। तंबाकू के ज्यादा सेवन करने से नर्वस सिस्टम प्रभावित हो रहा है। नसें मस्तिष्क का ही एक भाग हैं। जिसके चलते नर्वस सिस्टम कमजोर होने से पैर, उंगलियों, हाथों और बाहों की तंत्रिका प्रभावित हो रही हैं। जिससे नसें कमजोर हो रही हैं। इसे ही न्यूरोपैथी कहते हैं। पैरों का सुन्न हो जाना, झुनझुनी या जलन पैदा होना, मांसपेशियों में कमजोरी, हड्डियों और जोड़ों में दर्द आदि समस्या न्यूरोपैथी में आती हैं।