संतकबीरनगर जिले के मगहर कबीर चौरा पहुंचे महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने स्वागत किया स्वागत कार्यक्रम के बाद महामहिम कबीर समाधि और कबीर मजार पहुंचे जहां पर उन्होंने समाधि पर माथा टेकते हुए मजार पर चादर चढ़ाया। कबीर समाधि के पास ही महामहिम ने वृक्षारोपण भी किया उसके बाद ऑडिटोरियम हॉल पहुंच कर राष्ट्रपति ने करोड़ों की लागत से बने कबीर अकादमी और कबीर शोध संस्थान समेत पूर्ण हो चुके कई कार्यों का लोकार्पण भी किए। लोकार्पण के बाद राष्ट्रपति ने हॉल में मौजूद साधु-संतों समेत लोगों को संबोधित करते हुए कहा की कबीर जी ने यहां पर लोगों में ज्ञान भरा और सुखी पड़ी नदियों में जल भी भरा वही कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रपति का कार्यक्रम संपन्न हुआ।अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि संतकबीर इस अंधविश्वास को तोड़ने के लिए काशी से मगहर आए थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष पर कहा कि हमें अगले 25 वर्ष का लक्ष्य तय करना है और इन लक्ष्यों से हर एक नागरिक को जुड़ना होगा. ‘काल करे सो आज कर, आज करे सो अब’ के उद्धरण से उन्होंने लोगों को प्रेरित किया कि टालमटोल से बचें और कर्मपथ पर आगे बढ़ते हुए समाज, प्रदेश और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें। राष्ट्रपति ने कहा कि समाज के कमजोर लोगों के प्रति संवेदना रखे बिना और असहायों की सेवा किए बगैर समरसता नहीं आ सकती। संत कबीर ने सामाजिक समरसता को बढ़ाने के लिए कमजोरों के प्रति संवेदना और और असहायों की सेवा पर निरंतर जोर दिया। उनका समूचा जीवन सांप्रदायिक एकता का संदेश देता रहा। उन्होंने कहा कि आज एक ही परिसर में उनकी समाधि व मजार का होना कौमी एकता की मिसाल है।अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि संतकबीर इस अंधविश्वास को तोड़ने के लिए काशी से मगहर आए थे कि काशी में मृत्यु से स्वर्ग प्राप्त होता है और मगहर में मृत्यु से नरक. ऐसा लगता है कि मानो वह अकाल से त्रस्त लोगों का जीवन संवारने के लिए ही मगहर आए थे. संत कबीर एक सच्चे पीर थे. ‘कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर.’।राष्ट्रपति ने कहा कि यह देश हमेशा ही अपने में सुधार के लिए तत्पर रहा है. इसी कारण जब दुनिया में बड़ी-बड़ी सभ्यताओं का नामोनिशान मिट गया, भारत हजारों वर्ष की अटूट विरासत को लेकर अपने पांव पर मजबूती से खड़ा है।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मगहर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंच से बटन दबाकर महान समाज सुधारक संतकबीर की साधना एवं निर्वाण स्थली मगहर में 31.49 करोड़ रुपये की लागत से बने संतकबीर अकादमी एवं शोध संस्थान, स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत 17.61 करोड़ रुपये की लागत वाले इंटरप्रेटेशन सेंटर का लोकार्पण किया. इस अवसर पर 37.66 लाख रुपये की लागत से कराए गए कबीर निर्वाण स्थली के सौंदर्यीकरण कार्यों का भी लोकार्पण हुआ। कबीर धरती पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति व राज्यपाल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संतकबीर की परिनिर्वाण स्थली पर राष्ट्रपति के कर कमलों से आज कई कार्यों का लोकार्पण हो रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मगहर में बुनियादी सुविधाओं, श्रद्धालुओं की सुविधा व रोजगार सृजन को लेकर पर्यटन विकास के कार्य आगे भी होते रहेंगे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष पर कहा कि हमें अगले 25 वर्ष का लक्ष्य तय करना है और इन लक्ष्यों से हर एक नागरिक को जुड़ना होगा। ‘काल करे सो आज कर, आज करे सो अब’ के उद्धरण से उन्होंने लोगों को प्रेरित किया कि टालमटोल से बचें और कर्मपथ पर आगे बढ़ते हुए समाज, प्रदेश और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें।कार्यक्रम में स्वागत संबोधन प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने किया. इस अवसर पर कबीर मठ मगहर के महंत विचार दास, विधायक अंकुर राज तिवारी, विधायक गणेश चौहान, विधायक अनिल त्रिपाठी, विधायक खजनी श्रीराम चौहान, सांसद प्रवीण निषाद भी मौजूद रहे।