संतकबीरनगर : मगहर में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन कार्यक्रम में प्रशासन की लचर व्यवस्थाओं में कमी के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिखी। एक तरफ जहां आडोटोरियम हॉल में प्रवेश न मिलने पर नगरपंचायत मगहर की चेयरमैन श्रीमती संगीता वर्मा ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवालियां निशान खड़ा किया। वहीं तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं ने शोध संस्थान में आडिटोरियम के बाहर एलईडी पर लाइव प्रसारण न होने पर नाराजगी जताई। प्रशासन की इस लापरवाही का खामियाजा मीडिया को भुगतना पड़ा। कबीर परिनिर्वाण स्थली में महामहिम राष्ट्रपति के आगमन कार्यक्रम को सुरक्षा के मद्देनजर अहम बताते हुए प्रशासन ने तमाम पत्रकारों के प्रवेश पास आडोटोरियम हॉल के लिए नही जारी किए थे, प्रशासन ने राष्ट्रपति आगमन के 2 दिन पूर्व मीडिया कर्मियों को इस बात की जानकारी देते हुए ये दावा किया था कि जिस स्थान पर मीडिया कर्मियों को बिठाया जाएगा वहां पर एलईडी के माध्यम से समाधि स्थल से लेकर आडोटोरियम हॉल तक की सभी हलचल व तस्वीरों को लाइव दिखाया जाएगा। वहीं भाजपाइयों के लिए आडोटोरियम हॉल के बगल में स्थित शोध संस्थान के कक्ष में बिठाया गया था जहाँ पर एलईडी के जरिए महामहिम के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाने का दावा किया गया था पर मीडिया सेंटर व भाजपा कार्यकर्ताओं के कक्ष में लगी एलईडी चल ही नही पाई जिसको लेकर मीडिया कर्मियों और भाजपाइयों में प्रशासन के प्रति गुस्सा देखने को मिला। भाजपाइयों ने जहां मीडिया के कैमरे पर अपने दर्द का बयान करते हुए प्रशासन के सिर पर ठीकरा फोड़ा तो वहीं स्थानीय मीडिया कर्मी भी प्रशासन की व्यवस्था से नाखुश दिखे।
नाराज होकर बाहर बैठ गई थी नगर पंचायत अध्यक्ष संगीता वर्मा…..
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हेलीपैड पर पहुंचे थे, राष्ट्रपति के अगवानी में जहां यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल संत कबीर नगर जिले के सांसद, विधायक जहां स्वागत किया। वहीं मगहर की नगर पंचायत अध्यक्ष संगीता वर्मा को नाही स्वागत के लिए जगह मिला ना ही उनको अंदर जाने की अनुमति मिली, लगभग घंटो तक मगहर की नगर पंचायत अध्यक्ष संगीता वर्मा गेट पर बैठी रही, लेकिन सुरक्षाकर्मी उनको अंदर घुसने नहीं दिया घंटों तक गेट पर बैठकर संगीता वर्मा बहस बाजी करती रही, लेकिन सुरक्षाकर्मी नहीं माने। अंततः राष्ट्रपति कार्यक्रम के ऑडिटोरियम हाल में जिला प्रशासन ने चेयरमैन संगीता वर्मा को अंदर किया है।
मगहर के विकास का श्रेय जिन्हें जाता है, उन्हें भी भुला प्रशासन…..
पूर्व सांसद स्वर्गीय शरद त्रिपाठी का एक अदद होर्डिंग भी नही लगवा सका प्रशासन….
आपको बता दें कि 2014 में संतकबीरनगर लोकसभा से सांसद निर्वाचित हुए शरद त्रिपाठी ने मगहर को एक बड़े पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने लिए बीड़ा उठाया था और उनकी ही पहल से 2018 में संत कबीर अकादमी एवं शोध संस्थान की नींव रखी गई थी। आज उनका सपना तो साकार हुआ, लेकिन यहां के प्रशासन को उनकी याद तक नहीं आई। इतना ही नही पूर्व सांसद स्वर्गीय शरद त्रिपाठी का एक अदद होर्डिंग भी नही लगवा सका प्रशासन। पूरे कार्यक्रम में उनका कहीं नामों निशान तक नहीं दिखा।