सिद्धार्थनगर।20 जून को प्रदेश में प्रवेश करने के पश्चात 29 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा 30 जून को संपूर्ण प्रदेश में मानसून पहुँचने के साथ ही 28 जून प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में झमाझम बारिश का एक दौर आया, परंतु जुलाई के प्रथम सप्ताह के दौरान उड़ीसा पर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण मानसून द्रोणी के अपनी सामान्य अक्षीय स्थिति से दक्षिण की तरफ मध्य भारत के ऊपर स्थानांतरित हो जाने के फलस्वरूप बंगाल की खाड़ी से आने वाली आर्द्र पुरवा हवाओं का आवेग थम जाने से तराई सहित प्रदेश भर में बारिश में व्यापक कमी आने के साथ ही तापमान में प्रभावी वृद्धि दर्ज की गई। अभी तक मानसून ऋतु के दौरान सिद्धार्थनगर जनपद की कुल संचयी वर्षा 432.8 मिमी. के दीर्घावधि औसत के सापेक्ष मात्र 134.8 मिमी. रही है जो इस अवधि के अपने दीर्घकालिक औसत से 69% कम है। वर्तमान भू-भौतिकीय एवं ऊष्मागतिकीय परिस्थितियों के अंतर्गत मानसून द्रोणी के अपनी वर्तमान स्थिति से उत्तर की ओर स्थानांतरण होने के कारण आर्द्र पुरवा हवाओं का आवेग बढ़ने से 19 जुलाई से वर्षा के स्थानीय वितरण एवं तीव्रता में वृद्धि होने से आगामी 3-4 दिनों के दौरान तराई में झमाझम बारिश होने की संभावना है।यह जानकारी देते हुए अतुल कुमार सिंह प्रभारी, राज्य कृषि मौसम केंद्र आई. एम. डी. लखनऊ ने बताया कि 19 जुलाई को सिद्धार्थनगर जनपद में दिन का अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया तथा इसके आगामी 1-2 दिनों में प्रभावी गिरावट के साथ 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ जाने की संभावना है।