Time in United States now
सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है     संतकबीरनगर। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह व पुलिस अधीक्षक सोनम कुमार द्वारा जिला कारागार में कथा व्यास देवी राज राजेश्वरी, श्रीधाम अयोध्या द्वारा कथा का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जेलर जी0 आर0 वर्मा को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला कारागार में समय-समय पर बंदियों के मनोरंजन एवं स्वस्थ चिंतन हेतु कथा, सत्संग, मनोरंजनात्मक नाटक, योगाभ्यास आदि कार्यक्रमों का आयोजन होते रहना चाहिये। कथा व्यास देवी राज राजेश्वरी ने अपने कथा/प्रवचन के दौरान बताया कि श्रीराम कथा मानव जीवन का व्याकरण है। जिस प्रकार भाषा की शुद्धि के लिये व्याकरण आवश्यक है, उसी प्रकार जीवन एवं मन के शुद्धीकरण के लिये श्रीराम कथा आवश्यक है।उन्होंने कहा कि आज के समाज को देखते हुये जो व्यभिचार, अत्याचार, अपाचार बढ़ रहा है उसे रोकने के लिये श्रीरामकथा के चरित्र को जीवन में उतारने की प्रबल आवश्यकता है। आयोजन के दौरान कथा की महिमा पर विशेष चर्चा की गयी। कारागार में निरुद्ध पुरुष एवं महिला बंदियों में शांतिपूर्वक कथा का श्रवण किया और कथा के भाव से आनन्दित हुये। इस अवसर पर सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण मीनाक्षी सोनकर, न्यायिक मजिस्ट्रेट अजीत कुमार मिश्र, जेलर जी.आर. वर्मा, चिकित्साधिकारी डा0 वरुणेश दुबे, उप कारापाल नयनकमल सिंह एवं गीतारानी, फर्माशिस्ट बी.पी. सिंह, वरिष्ठ सहायक कृष्ण कुमार पाण्डेय, उमाशंकर मिश्र, देवेश कुमार मिश्र एवं सिद्धार्थ सिंह सहित समस्त कारागार स्टाफ ने उपस्थित रहकर कथा का श्रवण किया। आयोजित कथा का संयोजन संत अखिलेशदास, अयोध्याधाम द्वारा किया गया।

संतकबीरनगर-जिला जेल में कथा का आयोजन,डीएम.एसपी.ने किया उद्घाटन

 

 

संतकबीरनगर। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह व पुलिस अधीक्षक सोनम कुमार द्वारा जिला कारागार में कथा व्यास देवी राज राजेश्वरी, श्रीधाम अयोध्या द्वारा कथा का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जेलर जी0 आर0 वर्मा को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला कारागार में समय-समय पर बंदियों के मनोरंजन एवं स्वस्थ चिंतन हेतु कथा, सत्संग, मनोरंजनात्मक नाटक, योगाभ्यास आदि कार्यक्रमों का आयोजन होते रहना चाहिये। कथा व्यास देवी राज राजेश्वरी ने अपने कथा/प्रवचन के दौरान बताया कि श्रीराम कथा मानव जीवन का व्याकरण है। जिस प्रकार भाषा की शुद्धि के लिये व्याकरण आवश्यक है, उसी प्रकार जीवन एवं मन के शुद्धीकरण के लिये श्रीराम कथा आवश्यक है।उन्होंने कहा कि आज के समाज को देखते हुये जो व्यभिचार, अत्याचार, अपाचार बढ़ रहा है उसे रोकने के लिये श्रीरामकथा के चरित्र को जीवन में उतारने की प्रबल आवश्यकता है। आयोजन के दौरान कथा की महिमा पर विशेष चर्चा की गयी। कारागार में निरुद्ध पुरुष एवं महिला बंदियों में शांतिपूर्वक कथा का श्रवण किया और कथा के भाव से आनन्दित हुये। इस अवसर पर सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण मीनाक्षी सोनकर, न्यायिक मजिस्ट्रेट अजीत कुमार मिश्र, जेलर जी.आर. वर्मा, चिकित्साधिकारी डा0 वरुणेश दुबे, उप कारापाल नयनकमल सिंह एवं गीतारानी, फर्माशिस्ट बी.पी. सिंह, वरिष्ठ सहायक कृष्ण कुमार पाण्डेय, उमाशंकर मिश्र, देवेश कुमार मिश्र एवं सिद्धार्थ सिंह सहित समस्त कारागार स्टाफ ने उपस्थित रहकर कथा का श्रवण किया। आयोजित कथा का संयोजन संत अखिलेशदास, अयोध्याधाम द्वारा किया गया।

Leave a Reply

error: Content is protected !!