संतकबीरनगर जिले के जिला मुख्यालय स्थित प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान ब्लूमिंग बड्स एकेडमी के एक अभिन्न अंग कंगारू किड्स स्कूल में गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर गणेश पुजनोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। पूरे स्कूल परिसर को आकर्षक साज- सज्जा का स्वरूप दिया गया।इस अवसर पर बच्चों ने बप्पा की पूजा की और उनका आशीष लिया। स्कूल में बच्चों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। स्कूली बच्चों ने श्री गणेश की झांकी प्रस्तुत कर सबको बप्पा के दर्शन कराए। वहीं शिक्षकों ने बच्चों को बप्पा के कई नाम बताते हुए उनके जीवन की कई गाथाएं भी विस्तार पूर्वक बताये।भक्ति- भाव से विधिवत पूजन- अर्चन के पश्चात भगवान गणेश की महा आरती में सभी बच्चों, शिक्षक शिक्षिकाओं ने हिस्सा लेते हुए भगवान की आरती की। स्कूल के बच्चों द्वारा किए गए जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। आपको बता दें कि कंगारू किड्स प्री प्राइमरी स्कूल एवं ब्लूमिंग बड्स स्कूल इंडस्ट्रियल एरिया में श्री गणपति उत्सव के साप्ताहिक आयोजन की समाप्ति के बाद श्री गणपति मूर्ति विसर्जन का कार्य विधि विधान पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर नन्हे मुन्ने बच्चों ने “गणपति बप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया “की जय घोष के के साथ-साथ भगवान श्री गणेश की मूर्ति विसर्जन की भव्य शोभा यात्रा पूरे गाजे बाजे के साथ निकालीl शोभायात्रा में प्रभादेवी शिक्षण संस्थान के कोऑर्डिनेटर विजय कुमार राय, राजेश कुमार पांडे, एग्जीक्यूटिव हेड गिरीश चंद्र मिश्रा ,प्रधानाचार्य दिनेश चंद्र पांडे मुख्य रूप से उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत कंगारू किड्स कोऑर्डिनेटर रिया मेहता ने कियाl सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत श्रीगणेश जी के पूजन अर्चन एवं गणेश वंदना के पश्चात विद्यालय कैंपस में नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा गाजे बाजे के साथ एक भव्य शोभा यात्रा मूर्ति विसर्जन के लिए निकाली गई और तय शुदा जलाशय में मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न हुआl विघ्न हरण मंगल मूर्ति से अगले वर्ष आने की प्रार्थना एवं विश्व शांति एवं कल्याण की कामना की गईl उक्त अवसर पर प्रबंध निर्देशिका का श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी का आशीर्वाद एवं स्नेह सभी संस्था कर्मियों एवं नन्हे मुन्ने बच्चों को प्राप्त हुआ ।अपने संबोधन में श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा कि सनातन धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्यनीय देवता माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य विवाह, गृह प्रवेश, और भूमि पूजन आदि से पहले गणेश जी की पूजा करके आगे का कार्य विधि विधान पूर्वक किया जाता है। निश्चित रूप से संस्कृति और सभ्यता से बच्चों को रूबरू कराया जाना बच्चों के चारित्रिक विकास में मददगार साबित होगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान दौर में लोग अपनी पुरातन संस्कृति- सभ्यता को भूलकर पाश्चात्य संस्कृति की ओर अधिक अग्रसर हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को पुरानी परंपरा, धर्म, संस्कृति व सभ्यता से जोड़ें रखने के उद्देश्य से पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी ब्लूमिंग परिवार के द्वारा स्कूल परिसर में धूमधाम से गणपति पूजन महोत्सव का आयोजन किया गया।