हर बच्चे के लिए शिक्षा और संस्कार दो बेहद जरूरी विषय है,हर माता-पिता यह चाहते हैं कि उनका बच्चा शिक्षित व संस्कारी बनें क्योंकि संस्कार ही हमारी पहचान हैं और संस्कार ही हमें अपनों के करीब रखता है, अभिभावकों की इसी मंशा को पूरा करने में जुटा संतकबीरनगर जिले के ग्रामीणांचल क्षेत्र नाथनगर में स्थित प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान अपने छात्र छात्राओं को बेहतर शिक्षा के साथ उन्हें संस्कारवान बना रहा है। एकेडमी के एमडी राकेश चतुर्वेदी के मुताबिक शिक्षा जीवन का उपहार है और संस्कार जीवन का सार या फिर यूं कहें कि शिक्षा व संस्कार दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं यानी एक के बिना दूसरा अधूरा है. अगर किसी ने बहुत शिक्षा हासिल किया और शिक्षा के बल पर उसने देश-दुनिया में काफी नाम भी कमाया लेकिन अगर उसमें संस्कारों की कमी है तो फिर वह शिक्षा किसी काम की नहीं! इसलिए उनका शैक्षणिक संस्थान बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ उन्हें संस्कार की भी सीख दे रहा है।
आपको बता दें कि सीबीएसई बोर्ड संचालित करने वाला ग्रामीणांचल क्षेत्र नाथनगर के एसआर इंटरनेशनल एकेडमी प्रबंध तंत्र द्वारा नए सत्र की बेहतर शुरुआत के लिए कई नए योग्य अध्यापक अध्यापिकाओं की नियुक्ति कर अभिभावकों के मन की सभी शंकाओं को दूर कर उनके पाल्यों का भविष्य सवांर रहा है। एकेडमी में तैनात योग्य और अनुभवी शिक्षक शिक्षिकाएं पूरे मनोयोग के साथ क्लॉस रूम में बच्चों को पढ़ा रहें है। साथ ही एकेडमी में एडमिशन की प्रक्रिया भी काफी तेजी के साथ चल रही है। बच्चों में अच्छी शिक्षा के साथ उनमें संस्कार जागृत करने के अलावा एकेडमी के अध्यापक और अध्यापिकाएं बच्चों के रुचियों के मुताबिक उन्हें पारंगत बना रहें है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर चलाई जा रही हैं, कोविड के चलते लंबे अरसे तक घर रहे बच्चे अब क्लास रूम की पढ़ाई करते नजर आ रहे है।।लंबे अंतराल के बाद क्लास रूम की पढ़ाई से जहां बच्चों में खुशी देखने को मिल रही हैं वहीं एकेडमी कर्मियों और शिक्षक शिक्षिकाओ में नया उत्साह देखने को मिला। एकेडमी में कक्षाओं के संचालन के साथ ही साथ प्रवेश प्रक्रिया भी जारी है।संस्थान की बेहतर शिक्षा व्यवस्था से खुश क्षेत्र के लोग अपने अपने पाल्यों का दाख़िला कराने एकेडमी पहुंच रहें है। पूरे मामले पर एकेडमी के प्रिंसिपल सजंय शर्मा ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि सभी अभिभावक जल्द से जल्द अपने पाल्यों का एडमिशन करा लें,