संतकबीरनगर जिले की सदर विधानसभा सीट के बसपा प्रत्याशी आफ़ताब आलम का एक ऑडियो सोशल मीडिया में बड़ी ही तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो में बसपा उम्मीदवार आफ़ताब आलम तप्पा उजियार क्षेत्र के एक मुस्लिम युवक को हड़का रहें हैं, खलीलाबाद विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य इलाका तप्पा उजियार के जिस मुस्लिम युवक को बसपा उम्मीदवार फोन पर हड़का रहें हैं, उसे गाली दे रहें हैं उसका नाम गुफरान मुनीर है जो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी निवर्तमान विधायक जय चौबे का प्रबल समर्थक है। आपको बता कि गुफरान के पिता मुनिरुल हसन चौधरी इलाके के संभ्रांत व्यक्ति हैं।जिनकी समाज मे काफी नाम है, जो पूर्व सांसद भालचंद यादव के अति करीबियों में से एक है। वायरल ऑडियो में बीएसपी उम्मीदवार आफ़ताब युवक गुफरान मुनीर को अपशब्द कहते हुए सुनाई दे रहें हैं कि मैं तुम्हारा बाप बोल रहा हूँ, वायरल आडियो के शुरुआती हिस्से में गुफरान मुनीर ये पूंछ रहें कि कौन? बीएसपी उम्मीदवार कहते हैं आफ़ताब बोल रहा हूँ। युवक गुफरान फिर पूंछते है कि कौन आफ़ताब? तब बीएसपी उम्मीदवार आफ़ताब कहते सुनाई दे रहें कि “तुम्हारा बाप बोल रहा हूं। इसके बाद बीएसपी उम्मीदवार गुफरान मुनीर को गाली देना शुरू कर देते हैं। गाली सुनकर भी चुप रहने वाले युवक से जब बर्दाश्त नही हुआ तब उसने भी आफ़ताब आलम को चुनौती देते हुए कहा कि पहले पिपराइच से हारे फिर डुमरियागंज से हारे अब यहां से भी हार के नेपाल भाग जाओगे। बीएसपी प्रत्याशी के इस बिगड़े बोल के चलते सदर सीट की राजनीति पूरी तरह से गरमा चुकी है। आपको बता दें कि बीएसपी उम्मीदवार अक्सर विवादित बयान देते रहते हैं,कभी भाजपा तो कभी सपा उम्मीदवार पर जुबानी हमला बोलते रहते हैं।और अब उन्होंने सपा प्रत्याशी के समर्थक के साथ गाली गलौज कर नया विवाद खड़ा कर दिया। सोशल मीडिया में ऑडियो वायरल के बाद मुस्लिम युवक ने मीडिया से बातचीत करते हुए बसपा प्रत्याशी पर जमकर हमला बोला। दोनो के बीच हुई बातचीत का अंश हम आप तक शब्दो के जरिये पहुंचा रहें हैं।
कौन बोल रहें हैं..
आफ़ताब बोल रहा हूँ,
कौन आफ़ताब..
तुम्हारा बाप बोल रहा हूँ, वहीं जो चुनाव मैं लड़ रहा हूं, समझ गये,
कौन आफ़ताब..
तुम साले बताओगे कि विधायक कौन है कौन नही हैं,
अरे भाई मौजूदा विधायक जय चौबे जी हैं आप कौन हैं,
एं अगर वह हमको सम्मान दे रहे हैं तो तुम साले मालिश करने वाले इतना जूता खाओगे दिमाग सही हो जाएगा साले,
हा हा हा…
तुम घबराओ मत तुमको हम बताते हैं साले,
पिपराइच गए थे आप उसके बाद डुमरियागंज गए हैं, इसके बाद नेपाल जाओगे आफ़ताब भाई यह लोकतंत्र है,
तुम साले जो लड़की सप्लाई करते हो तुमको पिटवाऊंगा तुम्हारा दिमाग सही हो जाएगा तुम जो साले चर रहे हो, खा रहे हो यहां पर तुम्हारा दिन अब बहुत करीब आ गया है मैं तुमको बता दूं,
जिसको समझ रहे हो आप….
जो तुम मालिश करते हो, लड़की सप्लाई करते हो, अपनी बीवी को साले छोड़े हो समझ गये,
देखिए जिसको आप समझ रहे हैं मैं हूँ वो नही, मैं गुफरान…..
वही हो बेटा तुम, ऐसा है बहुत ज्यादे दिन तक बकरी खैर मनाएगी नही समझ गये न फिर,
आफ़ताब आलम सुनो….
तुम जो ज्यादा नौटंकी पेल रहे हो वह सब तुम्हारे सामने आएगा समझ गए, जो अय्याशी का आलम तुम्हारा चल रहा है वह सब तुम्हारे सामने आएगा,
अच्छा – अच्छा…
तुम विधायक के बारे में समझाओगे, वह हमारे प्रधान हैं, वह अगर हमको एक सम्मान में विधायक कह रहे हैं, कोई प्रमाण पत्र नही बाट रहे हो तुम साले बैठकर,
बिल्कुल आप विधायक कहिये लेकिन जैसे आप अगर विधायक हैं जो मौजूदा विधायक की बात कर रहे हैं…
सुनो – सुनो हम बता दें तुम अपना राजनीति राजनीत के तरीके से किया करो समझ गए,
नही – नही, लोकतंत्र है, अगर मैंने प्रधान जी को कुछ कहा हो तो बोलिए..
क्या चीज, प्रधान जी को तुम फोन कर रहे हो, कार्यक्रम में है, तुमको समझ में नहीं आ रहा है, तुमको बता रहे हैं बकचोदी पेल रहे हो बैठके..
मैं उनसे कह रहा हूँ तुम कौन होते हो कहने वाले जी,मेरा गांव है, मेरा घर है, मेरा ब्लॉक है, तुम कौन होते हो जी, तुम कौन होते हो,
कौन सा ब्लॉक है बे कौन सा ब्लॉक है..
और जानते हो मैं कौन बोल रहा हूं मैं गुफरान मुनीर बोल रहा हूं, सेमरियावा में… लड़का बोल रहा हूँ समझे,
अरे सुन पहले बता दें तुम घर छोड़कर भगा है, फालतू में तू क्या बात करेगा बे,
घटिया कहीं के,आदमी कहीं के इंसान, मिल न तीन के बाद, तीन के बाद तुम दिखाई नहीं दोगे, धमकी देते हो मुझको, लड़की सप्लाई करते हो तुम और मुझको इल्जाम लगाते हो , दलाल कहीं के,