संतकबीरनगर- ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की जिला इकाई के अध्यक्ष इंद्रजीत शुक्ला के नेतृत्व में पत्रकारों ने राज्यपाल को संबोधित सात सूत्रीय मांग पत्र डीएम को सौंपा।इस दौरान पत्रकारों ने मांग की बलिया में इंटरमीडिएट के अंग्रेजी प्रश्न पत्र लीक को उजागर करने तथा नकल की पोल खोलने पर उल्टा पत्रकारों को ही जेल भेज दिया गया तथा नकल माफियाओं और इसमें शामिल अधिकारियों को जानबूझकर बचाया गया जिससे पूरे प्रदेश के पत्रकारों में रोष व्याप्त है। पत्रकारों ने कहा कि यह चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस दौरान मांग की गई कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही जाए तथा पत्रकारों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए जाएं,बलिया जनपद के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की भूमिका की जांच की जाए और जांच परिणाम आने तक उन्हें निलंबित किया जाए जिससे जांच प्रभावित न हो। प्रदेश में पत्रकारों के उत्पीड़न पर फौरन रोक लगाई जाए, विभिन्न चैनलों,मीडिया संस्थानों तथा समाचार पत्रों में कार्यरत पत्रकारों को सूचीबद्ध किया जाए,उत्तर प्रदेश प्रेस मान्यता नियमावली में संशोधन कर पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उपबंध शामिल किया जाए।उत्तर प्रदेश में पत्रकार आयोग गठन कर उनमें मान्यता प्राप्त सभी संगठनों को प्रतिनिधित्व दिया जाए एवं यह भी मागं की गई कि पत्रकारों के किसी प्रकरण में संलिप्तता पर तबतक न गिरफ्तारी की जाए कि जबतक उसकी जांच एक राजपत्रित पुलिस अधिकारी द्वारा पूरी न कर ली जाए।इस दौरान पत्रकारों ने यह भी चेतावनी दी अगर उनकी मांगों पर तत्काल विचार नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश में वृहद सत्याग्रह आंदोलन चलाया जाएगा।इस दौरान मुख्यरूप से खलीलाबाद अध्यक्ष मो.अदनान,आफताब आलम,विनोद कुमार,हरिओम चौधरी,साहिल खान, शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी,मिथिलेश कुमार धुरिया,अमित पांडेय,अजय श्रीवास्तव,मोहन राजभर,अनिल मौर्य तथा गोकुल कुमार अन्य लोग उपस्थित रहे।