सेमरियावां-विकासखंड के अंतर्गत बुधवार को डीएम.द्वारा गठित जांच टीम द्वारा प्रशासकीय प्रभार के दौरान कराए गए विकास कार्यों में सरकारी धन के गबन के आरोप पर कायाकल्प योजना के अंतर्गत कराए गए बुढाननगर जूनियर हाईस्कूल के कार्यों की जांच की तथा अभिलेखों के साथ कराए गए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
सहायक अभियंता ड्रेनेज खंड 2 सतीष चंद ने इस दौरान रसोईघर समेत कायाकल्प योजना के अंतर्गत कराए गये तीन कमरे का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान जहां कमरे की दीवारों पर फर्श नहीं मिला तो वहीं खिड़कियां भी टूटी मिलीं,वहीं विद्यालय के जिम्मेदारों द्वारा यह भी बताया गया कि उक्त खिड़कियां पूर्व की ही हैं, वहीं फर्श पर कराया गया टाइल्स का कार्य भी काफी निम्न स्तर का मिला।लगभग ₹ 7 लाख की लागत से कराए गए उक्त कार्यों में भारी अनियमितताएं दिखाईं दीं। विदित हो सेमरियावां निवासी सलीम उमर ने उच्चाधिकारियों से पंचायत चुनाव पूर्व प्रशासक के प्रभार पर तैनात रहे पूर्व सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) पर सरकारी धन के आरोप लगाया था तथा बिना कार्य कराए ही धन के गबन का आरोप लगाकर जांच की मांग की थी जिसपर डीएम.ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर जांच करने का निर्देश दिया था।इसके पूर्व में चंगेरा-मंगेरा ग्राम पंचायत में जांच में भारी अनियमितता मिली थी लेकिन अभी तक इसपर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।अब बुढाननगर में हुई जांच में भी अनियमितता मिली है। वहीं इस संबंध में जांच अधिकारी सहायक अभियंता ड्रेनेज खंड 2 सतीष चंद ने बताया कि जांच में कमियां मिली है जिसकी रिपोर्ट डीएम. संतकबीरनगर को प्रेषित की जाएगी।इसके उपरांत टीम ने सेमरियावां में भी जांच की जहां कार्य गुणवत्तापरक नहीं मिले।बुढाननगर में अभिलेख के निरीक्षण के दौरान मैटेरियल सप्लाई के स्टीमेट में भी गड़बड़ी मिली जहां एक ही बार में मैटेरियल सप्लाई का लगभग पौने दो लाख रूपये का पूरा बाउचर बना दिया गया।
इस दौरान सबसे बड़ा आश्चर्य यह रहा कि जांच के दौरान कोई ब्लाक स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित नहीं रहा तथा सचिव शिवेंद्र कुमार द्वारा एक स्थानीय व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि बनाकर भेजा गया था जोकि लापरवाही की ही एक बानगी है।
इस दौरान मुख्यरूप से ड्राफ्टमैन टेक्निकल सिंचाई विभाग नागेंद्र नाथ पांडेय, प्रधान अब्दुल हकीम तथा शिकायतकर्ता सलीम उमर समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।