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कभी सुना है क्या किसी SSP ने लिखी हो FIR ? अगर नहीं, तो पढ़ें पूरा मामला-Hindi News - Satyamev Times Media Network.
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गाजियाबाद । SSP himself wrote FIR : अक्सर देखा जाता है कि आप लोगों की शिकायतों और f.i.r. को दर्ज करने में पुलिस वाले आनाकानी करते हैं. इसी कारण आम लोगों को कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती है. ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के मसूरी क्षेत्र से सामने आया है. बताया जा रहा है कि एक छात्रा का मोबाइल बाजार जाने के दौरान बाइक सवार छीन कर भाग गए. छात्रा ने इसकी सूचना तुरंत 112 नंबर को फोन कर पुलिस को दे दी. छात्रा द्वारा फोन किए जाने के तुरंत बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई.  उन्होंने FIR दर्ज नहीं की. पुलिस वालों ने छात्रों से कहा कि आप थाने जाकर f.i.r. दर्ज बस फिर क्या था छात्रा दर-दर भटक कर परेशान हो गई.

थाने में कहा ऑनलाइन दर्ज करें FIR

SSP himself wrote FIR : मोबाइल लुटेरों के खिलाफ जब शिकायत करने के लिए छात्रा मसूरी थाने पहुंची तो उसे ऑनलाइन एफ आई आर दर्ज करने को कह दिया जाए. छात्रा ने जब ऑनलाइन एफ आई आर दर्ज करने पर अपनी असमर्थता जताई तो छात्रा को डांटकर वहां से भगा दिया गया. उसके बाद छात्रा भी गुस्से में आ गई. उसने सीधे गाजियाबाद के एसएसपी ऑफिस में जाकर एसएसपी अमित पाठक से मुलाकात की. उन्होंने एसएसपी से पूछा कि आखिर सड़क पर कोई वारदात हो गई हो तो उसके लिए शिकायत दर्ज करनी कहां पड़ेगी.

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खुद पहुंचे मसूरी थाने और शर्म से थानेदार का झुक गया चेहरा

पूरे मामले में संज्ञान लेने के बाद एसएसपी अमित पाठक छात्रा को लेकर खुद मसूरी थाने पहुंच गए. इसके बाद खुद ही अपने हाथों से छात्रा द्वारा बताई गई घटना पर f.i.r. दर्ज की. इस दौरान मसूरी थाना में उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों के साथ ही थानेदार का भी चेहरा शर्म से झुक गया. हालांकि इस पूरे विषय पर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा. लेकिन छात्रों ने इतना जरूर कहा कि यदि एसएसपी जैसे थानेदार और पुलिसकर्मी अपना काम ईमानदारी से करने लगें तो शायद लोगों को इंसाफ मिलने लग जाएगा.FIR दर्ज करने के बाद लापरवाही बरतने वाले तो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

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कभी सुना है क्या किसी SSP ने लिखी हो FIR ? अगर नहीं, तो पढ़ें पूरा मामला-Hindi News

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गाजियाबाद । SSP himself wrote FIR : अक्सर देखा जाता है कि आप लोगों की शिकायतों और f.i.r. को दर्ज करने में पुलिस वाले आनाकानी करते हैं. इसी कारण आम लोगों को कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती है. ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के मसूरी क्षेत्र से सामने आया है. बताया जा रहा है कि एक छात्रा का मोबाइल बाजार जाने के दौरान बाइक सवार छीन कर भाग गए. छात्रा ने इसकी सूचना तुरंत 112 नंबर को फोन कर पुलिस को दे दी. छात्रा द्वारा फोन किए जाने के तुरंत बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई.  उन्होंने FIR दर्ज नहीं की. पुलिस वालों ने छात्रों से कहा कि आप थाने जाकर f.i.r. दर्ज बस फिर क्या था छात्रा दर-दर भटक कर परेशान हो गई.

थाने में कहा ऑनलाइन दर्ज करें FIR

SSP himself wrote FIR : मोबाइल लुटेरों के खिलाफ जब शिकायत करने के लिए छात्रा मसूरी थाने पहुंची तो उसे ऑनलाइन एफ आई आर दर्ज करने को कह दिया जाए. छात्रा ने जब ऑनलाइन एफ आई आर दर्ज करने पर अपनी असमर्थता जताई तो छात्रा को डांटकर वहां से भगा दिया गया. उसके बाद छात्रा भी गुस्से में आ गई. उसने सीधे गाजियाबाद के एसएसपी ऑफिस में जाकर एसएसपी अमित पाठक से मुलाकात की. उन्होंने एसएसपी से पूछा कि आखिर सड़क पर कोई वारदात हो गई हो तो उसके लिए शिकायत दर्ज करनी कहां पड़ेगी.

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खुद पहुंचे मसूरी थाने और शर्म से थानेदार का झुक गया चेहरा

पूरे मामले में संज्ञान लेने के बाद एसएसपी अमित पाठक छात्रा को लेकर खुद मसूरी थाने पहुंच गए. इसके बाद खुद ही अपने हाथों से छात्रा द्वारा बताई गई घटना पर f.i.r. दर्ज की. इस दौरान मसूरी थाना में उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों के साथ ही थानेदार का भी चेहरा शर्म से झुक गया. हालांकि इस पूरे विषय पर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा. लेकिन छात्रों ने इतना जरूर कहा कि यदि एसएसपी जैसे थानेदार और पुलिसकर्मी अपना काम ईमानदारी से करने लगें तो शायद लोगों को इंसाफ मिलने लग जाएगा.FIR दर्ज करने के बाद लापरवाही बरतने वाले तो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

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