संतकबीरनगर/धर्मसिंहवा.
जीवन में पानी की अहम भूमिका है। वहीं गर्मी में पानी के स्रोतों की उपयोगिता और बढ़ जाती है।
वर्तमान में गर्मी का पारा चढ़ रहा तो वही सरयू नहर में बूंद भर पानी भी नहीं बचा है। इसके कारण नहर से लगे गांव के मवेशियों, पशु-पक्षी पानी के लिए तरस रहे हैं। अभी तक हर साल गर्मी के दिनों में अपने कंठ की प्यास बुझाने नहर से पानी मिल जाता था, लेकिन वर्तमान समय में नहर सूखी पड़ी हुई है।नहर में एक बूंद भी पानी नहीं रहने के चलते भीषण गर्मी में मवेशियों, पशुओं व पक्षियों की जान पर बन आई है।इससे सभी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। क्षेत्रीय ग्रामीणों द्वारा मांग की गई है कि जल्द से जल्द नहर के मुख्य गेट खोल कर नहर में मवेशियों व पक्षियों के लिए पानी छोड़ा जाए, ताकि भीषण गर्मी में नहर से लगे गांव के मूक जानवरों को पीने का पानी मिल सके।
तपती धूप में समृद्ध ताल-तलैया, नहरें जीवन दान का काम करती हैं। खेती-किसानी, पेड़-पौधे, जीव-जंतु की निर्भरता इसी पर होती है। वहीं भीषण गर्मी में संत कबीर नगर जनपद की शरयू नहर सूख गई है विभागीय लापरवाही को खुली किताब की तरह उजागर कर रही है। सर्वाधिक प्रभाव पशु पक्षी पर दिखाई पड़ रहा है।नहर विभाग की लापरवाही से बेजुबान जनवार मुश्किल में हैं।