शोषित पीड़ित वर्गों के हितों के लिए मुलायम का अनवरत संघर्ष जारी रहा: सनी यादव
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के जन्मदाता मुलायम सिंह यादव की राष्ट्रवाद, लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धान्तों में अटूट आस्था रही है। भारतीय भाषाओं, भारतीय संस्कृति और शोषित पीड़ित वर्गों के हितों के लिए उनका अनवरत संघर्ष जारी रहा है। उन्होंने ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैण्ड, पोलैंड और नेपाल आदि देशों की भी यात्राएँ की हैं। कहा जाता है कि मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश की किसी भी जनसभा में कम से कम पचास लोगों को नाम लेकर मंच पर बुला सकते हैं। समाजवाद के फ़्राँसीसी पुरोधा ‘कॉम डी सिमॉन’ की अभिजात्यवर्गीय पृष्ठभूमि के विपरीत उनका भारतीय संस्करण केंद्रीय भारत के कभी निपट गाँव रहे सैंफई के अखाड़े में तैयार हुआ है। वहाँ उन्होंने पहलवानी के साथ ही राजनीति के पैंतरे भी सीखे। उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति हैं।
उक्त बाते समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व विधान परिषद सदस्य संतोष यादव सनी ने कही उन्होंने धरती पुत्र नेताजी मुलायम सिंह यादव ने निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि सामाजिक न्याय में उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व रक्षा मंत्री और वरिष्ठ सांसद मुलायम सिंह यादव जी के निधन से देश के राजनीतिक इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय का अवसान हुआ है। श्री यादव ने कहा कि मुलायम सिंह समाज के वंचित वर्गों और किसानों के हितों के लिए आजीवन आवाज उठाते रहे। सामाजिक न्याय के लिए मुलायम सिंह का योगदान सदैव याद किया जाएगा। वेदना की इस घड़ी में उनके शोक संतप्त परिजनों एवं सहयोगियों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।”