संतकबीरनगर-जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह की अध्यक्षता में कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जनपद में कराये जा रहें निर्माण कार्यो/मरम्मत कार्यो में प्रगति की स्थिति, अपूर्ण निर्माण कार्यो को निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराया जाना, पूर्ण कार्यो/भवनों को कार्यदायी संस्थाओं द्वारा सम्बंधित विभाग को हैण्डओवर किया जाना, निर्माणाधीन कार्यो में लागत के सापेक्ष बजट की उपलब्धता आदि से सम्बंधित बिन्दुओं की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा 50 लाख से अधिक लागत की पूर्ण/अपूर्ण परियोजनाओं की भी समीक्षा सम्बंधित कार्यदायी संस्थाओं के साथ की गयी। निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान लोहसन में राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज का निर्माण, विकास खण्ड बघौली में नर्सिंग कॉलेज का निर्माण, सेमरियांवा में राजकीय आई0टी0आई0 भवन का निर्माण, सांथा में राजकीय इण्टर कॉलेज मुसहरा का निर्माण कार्य, जिला उपभोक्ता फोरम का निर्माण, परसा माफी में सदभावना मण्डप का निर्माण, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पौली, सांथा, बेलहर कला एवं नाथनगर का निर्माण कार्य, राजकीय इण्टर कॉलेज परसा मेंहदावल, राजकीय पॉलीटेक्निक संत कबीर नगर में 60 बेडेड महिला छात्रावास का निर्माण, बिड़हरघाट पर शिव मन्दिर का सुन्दरीकरण पर्यटन विकास कार्य, डीहराजा पोखरे का सुन्दरीकरण, लोहिया पर्यावरणीय उद्यान/पार्क, कलेक्ट्रेट के आवासीय भवनों का निर्माण, महिला थाना प्रशासनिक भवन, संत कबीर अकादमी, टाईप-3 एवं टाईप-4 आवासी भवनों का निर्माण आदि में प्रगति, गुणवत्ता एवं सम्बंधित विभागों को हैण्डओवर किये जाने आदि से सम्बंधित बिन्दुओं पर कार्यदायी संस्थाओं से जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि छोट-छोटे कार्यो के कारण अधूरी परियोजनाओं को तत्काल पूर्ण करा कर सम्बंधित विभाग को हस्तांतरित कर दिया जाए। किसी भी दिक्कत की अवस्था में जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था एवं सम्बंधित विभाग के साथ अलग से मिटिंग कॉल करने का भी निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण कार्य के दौरान कार्य स्थल का निरंतर विजिट करते रहने एवं ठेकेदारों द्वारा कराये जा रहें कार्यो में गुणवत्ता एवं प्रगति की मॉनीटरिंग करते रहने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कार्यदायी संस्था निर्माण कार्याे में तेजी लाये, गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उन्होने कहा कि जिन कार्याे पर लागत का पूरा धन प्राप्त हो गया है, उन परियोजनाओं को अबिलम्ब पूरा करा लिया जाए। उन्होने कहा कि जिन परियोजनाओं पर धन मिलना बाकी है, उसके लिए डिमाण्ड तत्काल विभाग को उपलब्ध कराये। आवश्यकता होने पर उनकी ओर से शासन को पत्राचार करें। निर्माण कार्याे में यदि कही भूमि संबंधी या अन्य विवाद है तो इसे संबंधित एसडीएम के संज्ञान में लाकर दूर कराये।
जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे समय-समय पर निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण करें तथा समय से कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अतुल मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अनिरूद्ध कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी सुदामा प्रसाद, डी0सी0 एन0आर0एल0एम0 जीशान रिजवी, जिला विद्यालय निरीक्षण मनमोहन शर्मा, ओ0एस0डी0 बलदाऊ शर्मा, सूचना अधिकारी सुरेश कुमार सरोज सहित सी0एन0डी0एस0, यू0पी0 सिडको, वक्फ निगम, पुलिस आवास निगम, राजकीय निर्माण निगम सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहें।