संतकबीरनगर। अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला सलाहकार समिति/जिला स्तरीय समीक्षा समिति की त्रैमासिक बैठक विकास भवन सभागार में हुई। इस अवसर पर नाबार्ड द्वारा जारी पुस्तक ‘‘संभाव्यता युक्त ऋण योजना-2023-24 ’’ का अपर जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने विमोचन किया। अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक दिवाकर पाण्डेय ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के वार्षिक ऋण योजना, ऋण जमा अनुपात, वित्तीय समावेसन सहित अन्य ऋण योजनाओं, जैसे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना इत्यादि में बैंको को आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष योजनावार प्रगति पर विस्तार से प्रकाश डाला। ’समीक्षा बैठक में वित्तीय समावेशन योजनाओं, आरसेटी , वित्तीय समावेशन को प्राप्त करने के लिए वित्तीय साक्षरता का प्रयास, ऋण जमा अनुपात में अपेक्षित वृद्धि, वार्षिक ऋण योजना ,किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पात्र किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से संतृप्त करना, किसानों की आय को दोगुना करना, दीनदयाल अंत्योदय योजना -राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, जिला उद्योग केंद्र खादी, ग्रामोद्योग बोर्ड, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना, मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना, एक जनपद एक उत्पाद योजना में जिले की उपलब्धि, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, स्वतः रोजगार योजना, दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, पीएम स्वनिधि योजना की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गयी। बैठक मे अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अतुल कुमार मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि जय प्रकाश, उद्योग संघ के अध्यक्ष अरविंद पाठक, आरबीआईके अधिकारी शिवानी कुमकुम, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र राज कुमार शर्मा अन्य विभाग एवं बैंक के सभी जिला समन्वयक उपस्थित थे। बैठक मे आरसेटी के प्रगति और जिले के सीडी रेटियो पर काफी असंतोष ब्यक्त किया गया और इसमे तुरंत सुधार लाने का निर्देश दिए गए।