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सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है शिविर में सह प्रांत कार्यवाह ने कहा कि आरएसएस केवल विचार लेकर नहीं चलता है बल्कि उसके स्वयंसेवक आचारण भी करते हैं। संघ की स्थापना सन् 1925 में की गयी थी। उसके बाद आरएसएस का तेजी से विस्तार किया गया है। बीच-बीच में कुछ देश का अहित करने वाली सरकार ने संघ को दबाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन दबाने के बाद भी संघ तेजी से फैलता गया। उन्होंने कहा कि अपने हिन्दुस्तान हर कीमत पर रक्षा करेगें। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर शाखाएं लग रही है। 1 लाख 57 हजार से ऊपर छोटे-बडे़ संस्थान के माध्यम सेवा कार्य किया जा रहा है। जिला प्रचारक राजीव नयन ने कहा कि जिस समय देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव राव बलिराम राव हेडगेवार ने मन में विचार किया कि हमारा देश किस तरह से आगे बढ़े? युवाओं को एक नई दिशा देने की आवश्यकता है। इसके बाद उन्होंने आरएसएस की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने हमारे इतिहास को बदल दिया। जिस तरह से महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह, रानी लक्ष्मीबाई ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी हमें इतिहास में उनके बलिदानों के अनुसार पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाए गए। हिंदू सभ्यता और संस्कृति को मिटाने की सोचने वालों का हश्र बहुत ही बुरा होता है। उन्होंने कहा कि भारत भूमि वीरों को जन्म देने वाली वीर प्रसुता है। हम अपने राष्ट्र, मातृभूमि की रक्षा करना अच्छी तरह से जानते हैं। वर्ग में जिला कार्यवाह महेंद्र नारायण, प्रमोद कुमार, हैंसर खंड के खंड संघ संचालक राजेंद्र, खंड कार्यवाह शत्रुघ्न, अनुभव, रामकिशुन, संतोष, राजू, नंदलाल, रजनीश, अभिषेक, सूरज, रितिक, राजकुमार, प्रिंस सहित 100 से अधिक स्वयं सेवक मौजूद रहे।

धनघटा में आरएसएस के शीत शिविर का हुआ समापन

  • जिला प्रचारक राजीव नयन ने कहा: हमारी संस्कृति पर आंतरिक हमला हो रहा है।
    धनघटा
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संतकबीरनगर द्वारा एक दिवसीय शीत शिविर का आयोजन रविवार को हैंसर खंड के धनघटा में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ गोरक्ष प्रान्त के सह प्रांत कार्यवाह वीरेंद्र कुमार व जिला प्रचारक राजीव नयन ने किया।

शिविर में सह प्रांत कार्यवाह ने कहा कि आरएसएस केवल विचार लेकर नहीं चलता है बल्कि उसके स्वयंसेवक आचारण भी करते हैं। संघ की स्थापना सन् 1925 में की गयी थी। उसके बाद आरएसएस का तेजी से विस्तार किया गया है। बीच-बीच में कुछ देश का अहित करने वाली सरकार ने संघ को दबाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन दबाने के बाद भी संघ तेजी से फैलता गया। उन्होंने कहा कि अपने हिन्दुस्तान हर कीमत पर रक्षा करेगें।

उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर शाखाएं लग रही है। 1 लाख 57 हजार से ऊपर छोटे-बडे़ संस्थान के माध्यम सेवा कार्य किया जा रहा है। जिला प्रचारक राजीव नयन ने कहा कि जिस समय देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव राव बलिराम राव हेडगेवार ने मन में विचार किया कि हमारा देश किस तरह से आगे बढ़े? युवाओं को एक नई दिशा देने की आवश्यकता है। इसके बाद उन्होंने आरएसएस की शुरुआत की।

उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने हमारे इतिहास को बदल दिया। जिस तरह से महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह, रानी लक्ष्मीबाई ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी हमें इतिहास में उनके बलिदानों के अनुसार पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाए गए। हिंदू सभ्यता और संस्कृति को मिटाने की सोचने वालों का हश्र बहुत ही बुरा होता है।

उन्होंने कहा कि भारत भूमि वीरों को जन्म देने वाली वीर प्रसुता है। हम अपने राष्ट्र, मातृभूमि की रक्षा करना अच्छी तरह से जानते हैं। वर्ग में जिला कार्यवाह महेंद्र नारायण, प्रमोद कुमार, हैंसर खंड के खंड संघ संचालक राजेंद्र, खंड कार्यवाह शत्रुघ्न, अनुभव, रामकिशुन, संतोष, राजू, नंदलाल, रजनीश, अभिषेक, सूरज, रितिक, राजकुमार, प्रिंस सहित 100 से अधिक स्वयं सेवक मौजूद रहे।

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