ये सर्द रात ये आवारगी ये नींद का बोझ
हम अपने शहर में होते तो घर गए होते
कड़ाके की पड़ रही इस ठंड पर किसी मशहूर शायर की ये पंक्तिया एकदम सटीक बैठती हैं। शायर की ये पंक्तियाँ देश के जवानो और पुलिस के जवानों के उपर भी एकदम से सटीक बैठती हैं जो आम इंसानो की तरह गलन भरे ठंड मे अपने घर अपने शहर मे रहना चाहते है पर देश व समाज की रक्षा के लिए संकल्पित ये जवान खुद व खुद के परिवार की चिंता छोड़ देश व समाज की सुरक्षा के लिए कड़ाके की ठंड का सीना चीर अपनी डुयूटी देते हैं।
यहाँ हम बात यूपी के संतकबीरनगर जिले की पुलिस की करते हैं जो भीषण ठंड पड़ने के बाबजूद सर्द हवाओं के बीच दंगा नियंत्रण अभ्यास करती नजर आई।
सर्दी के सितम के बीच एक तरफ जहाँ सेना के जवान देश की सरहदों की रखवाली कर रहें हैं वहीं जिले की सुरक्षा के लिए संतकबीरनगर जिले की पुलिस भी कड़ाके की पड़ रही ठंड की परवाह किए बगैर आमजन की सुरक्षा के लिए सर्द हवाओं के बीच जमकर पसीना बहा रही है।
रातों मे जनता चैन की नींद सो सके इसलिए पुलिस जहाँ रातों को जागती है वहीं विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए अभ्यास भी करती है। ऐसा ही एक अभ्यास जिले के पुलिस लाइन समेत सभी थानो मे हुआ।
जनपद के पुलिस अधीक्षक सोनम कुमार के निर्देशन मे सभी थानो मे एरिया के सीओ और पुलिस लाइन मे अपर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह की उपस्थिति मे आयोजित हुए बलवा ड्रिल के पूर्वाभ्यास के दिन गज़ब की ठंड पड़ रही थी, तापमान तकरीबन 05 के करीब था, कड़ाके की ठंड और सर्द् हवाओं के बीच बलवाइयों/दंगाइयों से निपटने की कला सीख रहे पुलिस के जवानो को ऐसा नही कि ठंड नही लग रही थी पर आमजन की सुरक्षा का बोझ खुद के सिर पर रखने के एहसास ने जवानो को ठंड का एहसास तक नही होने दिया।
जनपद में शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने व किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति से निपटने के उद्देश्य से सभी थानों और पुलिस लाइन में अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह व थानों मे आयोजित “बलवा ड्रिल” के पूर्वाभ्यास कार्यक्रम के दौरान सम्बन्धित क्षेत्रों के क्षेत्राधिकारी मौजूद रहे । जिसमे पुलिस टीम को दंगा निरोधक/बलवा निरोधक उपकरणों का प्रशिक्षण एवं अभ्यास कराया गया ।
पुलिस बल के कर्मियों को विभिन्न प्रकार के शस्त्रों एवं दंगा नियंत्रण उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया व पुलिस बल को दंगाईयों से निपटने के लिए विभिन्न तरीके और गुर सिखाये गये। अभ्यास के दौरान भीड़ को तितर बितर करने के विभिन्न तरीकों के साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पानी की बौछार- लाठी चार्ज-आँसू गैस के गोले और दंगाईयों पर रबर के गोले- एंटी राइट गन- रबर बुलेट गन- टीयर गैस गन- हैंड ग्रेनेड- मिर्ची बम आदि शस्त्रों को चला कर पूर्वाभ्यास कराया गया। साथ ही विभिन्न टीमें बनाकर दंगा नियत्रंण हेतु अमल में लाये जाने वाले सभी विधिक प्रावधानों का क्रमवार अभ्यास भी कराया गया ।