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UP के इस जिले में जमीन बैनामा के बदले लेखक नही लेता फीस - Satyamev Times Media Network.
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मंहगाई के बढ़ते दौर में जहां जमीन की कीमत आसमान छू रही है वहीं जमीन की रजिस्ट्री (बैनामा) लिखने वाले दस्तावेज लेखकों की फीस भी कम नही। जीवन भर जी_तोड़ मेहनत कर जमीन की खरीदारी करने वाले लोग रजिस्ट्री दफ्तर में जब बैनामा लिखाने जाते हैं तब उन्हे कहीं न कहीं दस्तावेज लेखकों की मनमानी का भी सामना करना पड़ता है।
भोली भाली जनता कभी कभी जमीन बैनामा कराने के पीछे ठगी का भी शिकार हो जाती है क्योंकि उसे ये पता नही चलता कि स्टांप ड्यूटी से लेकर सेटिंग का क्या खेल ऐसे दफ्तरों में चलता है। जमीन बैनामा के बाद भूलबस यदि वो व्यक्ति किसी दूसरे दस्तावेज से मिलता है और उस लेखक के पूंछने पर रजिस्ट्री कराई रकम को बताता है तब सामने वाला दस्तावेज लेखक उसे यही बताता है कि "अरे आप कहां चले गए थे? "हमारे यहां आए होते तो हम इससे कम में आपका बैनामा करा देते।
रजिस्ट्री दफ्तर में जाने वाले क्रेतावों के इसी मर्म को समझते हुए यूपी के संतकबीर नगर जिले के एक युवा दस्तावेज लेखक ने ऐसी घोषणा कर डाली जो पूरे प्रदेश में एक नज़ीर बनकर सामने आया है। जी हां हम बात कर रहें हैं जिले के बडगो गांव के रहने वाले युवा दस्तावेज लेखक अभिषेक सिंह उर्फ रवि सिंह का जिन्होंने एक ऐसा एलान किया जिसे सुनकर जमीन खरीदने वालों में खुशी की लहर है। दरअसल ये एलान जमीन की खरीदारी करने वाले क्रेताओं से जुड़ी हुई है जिनके लिए दस्तावेज लेखक रवि सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए बकायदा पंपलेट छपवाकर वायरल किया है कि उनके तख्ते(ऑफिस) पर जमीन का बैनामा कराने वाले लोगों से जमीन लिखाई का कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। रवि सिंह के इस एलान के बाद अन्य दस्तावेज लेखकों में हड़कंप सा मचा हुआ है, लोग कह रहें हैं कि एक दस्तावेज लेखक की मूल कमाई उसकी लिखाई ही होती है ऐसे में नि:शुल्क रजिस्ट्री करने लगे तो परिवार कैसे चलाएंगे? हां ये हो सकता है कि रवि सिंह ये काम समाजसेवा के लिए कर रहें हों, हो सकता है कि वो ऐसा कर राजनीति क्षेत्र में जाना चाहतें हों। खुद के द्वारा किए गए एलान के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं आने पर दस्तावेज लेखक रवि सिंह ने कहा कि समाजसेवा की खातिर मैने ऐसा एलान किया है, नर सेवा नारायण सेवा की भावना को लेकर ही मैंने ये निर्णय लिया ताकि रजिस्ट्री ऑफिस में बैनामा कराने आने वाले क्रेताओं को बड़ी राहत मिल सके। मेरा यह एलान सिर्फ समाजसेवा से जुड़ा है न कि किसी राजनैतिक लाभ के सोच से है। मैं समाजसेवा ही करूंगा, राजनीति नही।
[caption id="attachment_20088" align="alignnone" width="291"] अभिषेक उर्फ रवि सिंह -दस्तावेज लेखक (फाइल फोटो)[/caption]

UP के इस जिले में जमीन बैनामा के बदले लेखक नही लेता फीस

मंहगाई के बढ़ते दौर में जहां जमीन की कीमत आसमान छू रही है वहीं जमीन की रजिस्ट्री (बैनामा) लिखने वाले दस्तावेज लेखकों की फीस भी कम नही। जीवन भर जी_तोड़ मेहनत कर जमीन की खरीदारी करने वाले लोग रजिस्ट्री दफ्तर में जब बैनामा लिखाने जाते हैं तब उन्हे कहीं न कहीं दस्तावेज लेखकों की मनमानी का भी सामना करना पड़ता है।
भोली भाली जनता कभी कभी जमीन बैनामा कराने के पीछे ठगी का भी शिकार हो जाती है क्योंकि उसे ये पता नही चलता कि स्टांप ड्यूटी से लेकर सेटिंग का क्या खेल ऐसे दफ्तरों में चलता है। जमीन बैनामा के बाद भूलबस यदि वो व्यक्ति किसी दूसरे दस्तावेज से मिलता है और उस लेखक के पूंछने पर रजिस्ट्री कराई रकम को बताता है तब सामने वाला दस्तावेज लेखक उसे यही बताता है कि “अरे आप कहां चले गए थे? “हमारे यहां आए होते तो हम इससे कम में आपका बैनामा करा देते।
रजिस्ट्री दफ्तर में जाने वाले क्रेतावों के इसी मर्म को समझते हुए यूपी के संतकबीर नगर जिले के एक युवा दस्तावेज लेखक ने ऐसी घोषणा कर डाली जो पूरे प्रदेश में एक नज़ीर बनकर सामने आया है। जी हां हम बात कर रहें हैं जिले के बडगो गांव के रहने वाले युवा दस्तावेज लेखक अभिषेक सिंह उर्फ रवि सिंह का जिन्होंने एक ऐसा एलान किया जिसे सुनकर जमीन खरीदने वालों में खुशी की लहर है। दरअसल ये एलान जमीन की खरीदारी करने वाले क्रेताओं से जुड़ी हुई है जिनके लिए दस्तावेज लेखक रवि सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए बकायदा पंपलेट छपवाकर वायरल किया है कि उनके तख्ते(ऑफिस) पर जमीन का बैनामा कराने वाले लोगों से जमीन लिखाई का कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। रवि सिंह के इस एलान के बाद अन्य दस्तावेज लेखकों में हड़कंप सा मचा हुआ है, लोग कह रहें हैं कि एक दस्तावेज लेखक की मूल कमाई उसकी लिखाई ही होती है ऐसे में नि:शुल्क रजिस्ट्री करने लगे तो परिवार कैसे चलाएंगे? हां ये हो सकता है कि रवि सिंह ये काम समाजसेवा के लिए कर रहें हों, हो सकता है कि वो ऐसा कर राजनीति क्षेत्र में जाना चाहतें हों। खुद के द्वारा किए गए एलान के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं आने पर दस्तावेज लेखक रवि सिंह ने कहा कि समाजसेवा की खातिर मैने ऐसा एलान किया है, नर सेवा नारायण सेवा की भावना को लेकर ही मैंने ये निर्णय लिया ताकि रजिस्ट्री ऑफिस में बैनामा कराने आने वाले क्रेताओं को बड़ी राहत मिल सके। मेरा यह एलान सिर्फ समाजसेवा से जुड़ा है न कि किसी राजनैतिक लाभ के सोच से है। मैं समाजसेवा ही करूंगा, राजनीति नही।
अभिषेक उर्फ रवि सिंह -दस्तावेज लेखक (फाइल फोटो)

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