चार पापियों का साथ देने वाला होता है महापाप- कथा वाचक प्रदीप शास्त्री महाराज_रिपोर्ट-प्रदीप अग्रहरी
कांटे – संत कबीर नगर – विकास खंड खलीलाबाद क्षेत्र के ग्राम पंचायत सरौली चाहरूम के फूलवरिया गांव मे श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन अवध धाम अयोध्या से आये कथा ब्यास प्रदीप शास्त्री मिश्रा जी महाराज ने बहुत ही मनमोहक कथा सुनाई जिसमे भगवान का भजन मे रूप मे गीत प्रस्तुत की जब कोई ना हो अपना प्रभु नाम जपा करना, संसार के लोगो पे आसान किया करना इस गीत को सुनकर सभी श्रोता मनमोहित होते नजर आये साथ मे श्री शास्त्री जी महाराज ने कहा की इस दुनिया मे तरह तरह के लोग है कुछ लोग अपना काम ईमानदारी से करके भगवान की श्रद्धा मे लगे रहते है जिनको भगवान सब कुछ दे रहे है क्यों की संत रविदास जी कहा है की मन त चंगा तो कठौती मे गंगा अगर मन चंगा है तो प्रभु जी आप का साथ जरूर देंगे और इसी दुनिया मे बहुत से पाप भी है जिसमे 4 पापी भी होते है जिनका पहला पाप है गौ ब्राम्हण की हत्या करना दूसरा पाप है पराई स्त्री पे नजर रखना तीसरा पाप है सोने की चोरी करना और चौथा पाप है शराब और मदिरा का सेवन करना और उससे बड़ा महाबाप है जो इन चारो पापियों को साथ देना या उन लोगो के साथ उठ बैठना या उनके साथ रहना सबसे बड़ा महापाप है। इस अवसर पर मुख्य यजमान राज करन प्रजापति मुख्य आयोजक शिव पल्टन प्रजापति,शिव प्रसाद प्रजापति, बाबूराम प्रजापति, बाबूलाल प्रजापति, रामशंकर तिवारी, रामसेवक प्रजापति रामसुमेर प्रजापति, शोभनाथ यादव,चंदन पाण्डेय गंगाराम, मुकेश, सुरेंद्र, महेंद्र, दिलीप, प्रदीप, शैलेश आदि लोग मौजूद रहे।