सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है छोटे भाई को बेघर करने में जुटा सगा बड़ा भाई और उसका परिवार......   रिश्तों की कहानी भी क्या खूब कहानी है, जम जाए तो खूं समझो,बह जाए तो पानी है... किसी मशहूर शायर की ये पंक्तियां यूपी के संतकबीरनगर जिले के टेमा रहमत निवासी राम दवन यादव पर एकदम सटीक बैठती है, आजीवन बाहर रहकर मजदूरी कर खुद का और अपने बेरोजगार बड़े भाई और उसके परिवार के खर्चे का बोझ अपने कंधों पर उठाने वाला राम दवन खुद के ही मकान में घुसने नही पा रहा है, गाँव के जिस मकान को वो गैर शहर में रहकर मजदूरी कर बनवाया था आज उसी घर मे उसे और उसके परिवार को रहने के लिए एक कमरा भी नही मिल रहा, बड़े भाई और उसके परिवार ने उसके हिस्से के कमरे में ताला जड़ उसे सड़क पर फेंक दिया है। पूरा मामला कांटे पुलिस चौकी के टेमा रहमत गाँव का है जहां के रहने वाले राम दवन और उसके परिजनों ने स्थानीय पुलिस से लेकर महिला आयोग और मुख्यमंत्री तक न्याय की गुहार लगाते हुए अपने हिस्से के कमरे में रहने की गुहार लगाई है। आपको बता दें कि पीड़ित राम दवन वर्षो पहले परिवार की तरक्की को लेकर लखनऊ जाकर मेहनत मजदूरी करने लगे थे, लखनऊ में रहकर जी तोड़ मजदूरी कर गाँव के मकान को बनवाने के साथ बड़े भाई के बच्चों की पढ़ाई और शादी का खर्च वो खुद का पेट काटकर करते चले आ रहे थे, पीड़ित राम दवन और उनका परिवार उनके साथ लखनऊ में ही रहते चले आ रहे थे, गाँव के मकान के साथ लखनऊ में ही एक छोटा आशियाना बनाकर बच्चों को पढ़ाने लिखाने वाले राम दवन कुछ दिनों के लिए गाँव स्थित घर मे रहने के लिए आये तो अचानक ही वो बड़े भाई के साजिश के शिकार हो गए। बड़े भाई और उसके परिजनों ने उन्हें उनके कमरे में घुसने नही दिया,लखनऊ से साथ लाये उनके सामान को भी सड़क पर फेंक दिया,बड़े भाई और उसके परिवार के द्वारा किये गए बर्ताव से वो बहुत दुःखी हुए,जिस मकान को बनाने में उन्होंने खून पसीना एक कर दिया था उसको छोड़कर वो जाना नही चाह रहे थे,बड़े भाई ने जब उन्हें उनका हिस्सा नही दिया तब वो घर के बाहर ही चटाई बिछाकर सोने लगे, इस बात की जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो ग्रामीणों ने बड़े भाई को बहुत समझाया पर बड़ा भाई और उसका परिवार ग्रामीणों की एक बात भी नही सुना, जिसके चलते मजबूरन पीड़ित राम दवन की पत्नी संगीता ने स्थानीय पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाने के साथ इसकी शिकायत महिला आयोग से लगायत मुख्यमंत्री तक की है,पूरे मामले पर स्थानीय पुलिस ने शांति भंग की कार्यवाही तो कर दी है पर पीड़ित परिवार को उसका कमरा नही दिला पाई। पूरे मामले पर गाँव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि लालू यादव का कहना है कि छोटे भाई के साथ बड़ा भाई नाइंसाफी कर रहा है जिसको लेकर उन्होंने भी प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

छोटे भाई को बेघर करने में जुटा सगा बड़ा भाई और उसका परिवार

छोटे भाई को बेघर करने में जुटा सगा बड़ा भाई और उसका परिवार……

 

रिश्तों की कहानी भी क्या खूब कहानी है,

जम जाए तो खूं समझो,बह जाए तो पानी है…

किसी मशहूर शायर की ये पंक्तियां यूपी के संतकबीरनगर जिले के टेमा रहमत निवासी राम दवन यादव पर एकदम सटीक बैठती है, आजीवन बाहर रहकर मजदूरी कर खुद का और अपने बेरोजगार बड़े भाई और उसके परिवार के खर्चे का बोझ अपने कंधों पर उठाने वाला राम दवन खुद के ही मकान में घुसने नही पा रहा है, गाँव के जिस मकान को वो गैर शहर में रहकर मजदूरी कर बनवाया था आज उसी घर मे उसे और उसके परिवार को रहने के लिए एक कमरा भी नही मिल रहा, बड़े भाई और उसके परिवार ने उसके हिस्से के कमरे में ताला जड़ उसे सड़क पर फेंक दिया है।

पूरा मामला कांटे पुलिस चौकी के टेमा रहमत गाँव का है जहां के रहने वाले राम दवन और उसके परिजनों ने स्थानीय पुलिस से लेकर महिला आयोग और मुख्यमंत्री तक न्याय की गुहार लगाते हुए अपने हिस्से के कमरे में रहने की गुहार लगाई है। आपको बता दें कि पीड़ित राम दवन वर्षो पहले परिवार की तरक्की को लेकर लखनऊ जाकर मेहनत मजदूरी करने लगे थे, लखनऊ में रहकर जी तोड़ मजदूरी कर गाँव के मकान को बनवाने के साथ बड़े भाई के बच्चों की पढ़ाई और शादी का खर्च वो खुद का पेट काटकर करते चले आ रहे थे, पीड़ित राम दवन और उनका परिवार उनके साथ लखनऊ में ही रहते चले आ रहे थे, गाँव के मकान के साथ लखनऊ में ही एक छोटा आशियाना बनाकर बच्चों को पढ़ाने लिखाने वाले राम दवन कुछ दिनों के लिए गाँव स्थित घर मे रहने के लिए आये तो अचानक ही वो बड़े भाई के साजिश के शिकार हो गए। बड़े भाई और उसके परिजनों ने उन्हें उनके कमरे में घुसने नही दिया,लखनऊ से साथ लाये उनके सामान को भी सड़क पर फेंक दिया,बड़े भाई और उसके परिवार के द्वारा किये गए बर्ताव से वो बहुत दुःखी हुए,जिस मकान को बनाने में उन्होंने खून पसीना एक कर दिया था उसको छोड़कर वो जाना नही चाह रहे थे,बड़े भाई ने जब उन्हें उनका हिस्सा नही दिया तब वो घर के बाहर ही चटाई बिछाकर सोने लगे, इस बात की जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो ग्रामीणों ने बड़े भाई को बहुत समझाया पर बड़ा भाई और उसका परिवार ग्रामीणों की एक बात भी नही सुना, जिसके चलते मजबूरन पीड़ित राम दवन की पत्नी संगीता ने स्थानीय पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाने के साथ इसकी शिकायत महिला आयोग से लगायत मुख्यमंत्री तक की है,पूरे मामले पर स्थानीय पुलिस ने शांति भंग की कार्यवाही तो कर दी है पर पीड़ित परिवार को उसका कमरा नही दिला पाई। पूरे मामले पर गाँव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि लालू यादव का कहना है कि छोटे भाई के साथ बड़ा भाई नाइंसाफी कर रहा है जिसको लेकर उन्होंने भी प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

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