सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज तहसील के अंतर्गत आने वाला गालापुर स्थान आस्था और शक्ति का केंद्र बन चुका है |पूर्वांचल के सबसे पुराने शक्ति पीठों में से एक यह स्थान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को स्वतः ही आकर्षित करता है | लगभग 2000 हज़ार साल पुराने इस स्थान के बारे में ऐसी मान्यता है कि सच्ची श्रद्धा और भक्ति से मांगी गयी मुरादें जरूर पूरी होती है |मंदिर के व्यवस्थापक ठाकुर प्रसाद मिश्रा बताते हैँ कि कलहंस वंश के राजा केसरी सिंह ने माता को गोण्डा के खोरहंस जंगल से अपने कुल पुरोहितों के द्वारा बुलयावा था |
PUBLISH BY-MOHD ADNAN DURRANI