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संतकबीरनगर- जिले के सबसे बड़े ब्लॉक सेमरियावां के प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद के द्वारा ब्लॉक सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे कद्दावर बसपा नेता व पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी के एक बयान ने तप्पा उजियार में राजनैतिक हलचल पैदा कर के रख दी है। गौरतलब हो कि प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद समाजवादी पार्टी से है जिनके कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करा कर वैसे ही सियासी चर्चा का विषय बने पूर्व सांसद का ये नया राग अपने आप मे कई कहानियों को जन्म देता नजर आया। कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सांसद की गाड़ी पर बसपाई झंडा न देख पत्रकारों ने जब उनसे ये सवाल किया कि आप बसपा नेता व पार्टी से पूर्व सांसद रहे हैं तो फिर एक सपाई के कार्यक्रम में कैसे शिरकत कर गए? पत्रकारों के इस सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि वो इंसानियत के नाते मुमताज भाई के बुलावे पर पहुंचे थे। पूर्व सांसद का यह बयान भी लोगो के समझ से परे था। अब जानिए पत्रकारों के द्वारा पूँछे गए दूसरे सवाल के बारे में......! पूर्व सांसद सेमरियावां ब्लॉक में बतौर मुख्यातिथि आये थे लेकिन उनकी गाड़ी और उनके साथ चल रही गाड़ियों में बसपा के झंडे नही लगे थे जिसको लेकर पत्रकारों ने जब सवाल पूंछा तो उनका जबाब सुनकर आप यही कहेंगे कि ये तो नेता जी के बोल बचन है, उनका जबाब सुनकर उनके अहम का आप भी अंदाजा लगा सकते हैं। गाड़ी में झंडे न लगने के सवाल पर उन्होंने जबाब दिया कि झंडा कोई मायने नही रखता है, मायने रखता है किरदार, उन्होंने ये भी कहा कि आम दिनों के वो झंडा लगाकर नही चलते सिर्फ चुनाव के समय मे झंडा गाड़ी में लगाकर चलते है। लब्बोलुआब यदि सपा प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद और पूर्व सांसद के बीच ट्यूनिंग को राजनैतिक नजरिये से देखा जाय तो पूर्व सांसद का यह बयान उनपर भारी पड़ सकता है।

पार्टी का झंडा नही किरदार मायने रखता है-भीष्म शंकर

संतकबीरनगर– जिले के सबसे बड़े ब्लॉक सेमरियावां के प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद के द्वारा ब्लॉक सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे कद्दावर बसपा नेता व पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी के एक बयान ने तप्पा उजियार में राजनैतिक हलचल पैदा कर के रख दी है। गौरतलब हो कि प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद समाजवादी पार्टी से है जिनके कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करा कर वैसे ही सियासी चर्चा का विषय बने पूर्व सांसद का ये नया राग अपने आप मे कई कहानियों को जन्म देता नजर आया। कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सांसद की गाड़ी पर बसपाई झंडा न देख पत्रकारों ने जब उनसे ये सवाल किया कि आप बसपा नेता व पार्टी से पूर्व सांसद रहे हैं तो फिर एक सपाई के कार्यक्रम में कैसे शिरकत कर गए? पत्रकारों के इस सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि वो इंसानियत के नाते मुमताज भाई के बुलावे पर पहुंचे थे। पूर्व सांसद का यह बयान भी लोगो के समझ से परे था। अब जानिए पत्रकारों के द्वारा पूँछे गए दूसरे सवाल के बारे में……! पूर्व सांसद सेमरियावां ब्लॉक में बतौर मुख्यातिथि आये थे लेकिन उनकी गाड़ी और उनके साथ चल रही गाड़ियों में बसपा के झंडे नही लगे थे जिसको लेकर पत्रकारों ने जब सवाल पूंछा तो उनका जबाब सुनकर आप यही कहेंगे कि ये तो नेता जी के बोल बचन है, उनका जबाब सुनकर उनके अहम का आप भी अंदाजा लगा सकते हैं। गाड़ी में झंडे न लगने के सवाल पर उन्होंने जबाब दिया कि झंडा कोई मायने नही रखता है, मायने रखता है किरदार, उन्होंने ये भी कहा कि आम दिनों के वो झंडा लगाकर नही चलते सिर्फ चुनाव के समय मे झंडा गाड़ी में लगाकर चलते है। लब्बोलुआब यदि सपा प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद और पूर्व सांसद के बीच ट्यूनिंग को राजनैतिक नजरिये से देखा जाय तो पूर्व सांसद का यह बयान उनपर भारी पड़ सकता है।

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