यूपी विधानसभा चुनाव ज्यों ज्यों करीब आ रहा है त्यों त्यों विवादित राजनैतिक बयान सामने आने शुरू हो गए है। अभी हाल ही में योगी सरकार के श्रम मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह के द्वारा दिये गए विवादित बयान पर जिसमे उन्होंने कहा था कि भगवान उन्हें यदि लायक बनाएगा तो वो देश भर के मदरसों को बन्द कर देंगे क्योंकि मदरसों से आतंकी पैदा होते है। उनके इस बयान पर स्थानीय सपा के दिग्गज नेता सुनील सिंह ने पलटवार करके कहा था कि मदरसों के बारे में अनर्गल प्रलाप करने वाला उत्तरप्रदेश सरकार का मंत्री रघुराज सिंह और उसकी सात पीढ़ियां भी मदरसों की तरफ आंख उठाकर नही देख पाएंगी। सपा नेता सुनील सिंह ने मंत्री रघुराज सिंह को आईना दिखाते हुए कहा था कि जो सनातन धर्म की बात तो करता है पर सनातन धर्म के साथ प्रभु श्रीराम पर आपत्तिजनक टिप्पड़ी करने वाले व्यक्ति के सांसद बेटे के साथ संतकबीरनगर में गलबहियां कर रहा है। योगी सरकार के श्रम मंत्री के विवादित बयान पर पलटवार करने वाले सुनील सिंह और मंत्री के खिलाफ अब बसपा के सदर विधानसभा सीट के घोषित प्रभारी प्रत्याशी आफ़ताब आलम ने कटाछ करते हुए मंत्री रघुराज सिंह और सपा नेता सुनील सिंह पर जमकर तंज कसा है। अपने बयान में आफ़ताब आलम ने मंत्री की चुटकी लेते हुए कहा कि मंत्री में ज्ञान की कमी है, मंत्री ये बताएं कि यदि मदरसों को वो बन्द कर देंगे तब उर्दू कहाँ पढ़ाएंगे? उर्दू भाषा को मुख्यधारा में मंत्री कैसे लाएंगे? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के संविधान की शपथ लेने वाले मंत्री का ये बयान उनके मानसिक दिवालियेपन की निशानी है, उन्होंने जो कुछ कहा वो अमर्यादित है जिसकी जितनी निंदा की जाय वो कम होगी। इसके साथ आफ़ताब आलम ने सपा नेता सुनील सिंह के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो व्यक्ति कभी योगी जी की पायलेटिंग करता था, जो शख्स कभी कब्र से निकालकर मुस्लिम महिलाओं के साथ रेप करने की बात करता था, जिसने कभी दादा मियां की दरगाह पर चादर और कुरान जलाई, वो शख्स मदरसों को लेकर क्या बोलेगा।उस शख्स को पता नही कैसे अखिलेश जी ने सपा जॉइन कराई? बसपा प्रभारी प्रत्यासी आफ़ताब आलम ने साफ तौर पर कहा कि हम यहां धर्म नही बल्कि विकास और रोजगार के मुद्दे पर राजनीति करने आये हैं, हम हिन्दू भाइयों के भी है,जरूरत पड़ने पर हम मंदिरों को मेंटेन कराएंगे।