सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है सरकार एवं रेलवे विभाग जहाँ एक तरफ अपने खर्चे कम करने के लिए और रेलवे कर्मचारियों को कम कर रही है इसके लिए वह अधिकतर जगहों पर रेलवे फाटकों को बंद कर दे रही है लेकिन वह सिर्फ आपनी बचत पॉलिसी पर ही कार्य कर रही है वहीं रेलवे फाटकों के बन्द होने से हज़ारों लोगों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है जिसकी तरफ रेलवे विभाग एवं मंत्रालय देखने को भी तैयार नही है । हाल ही सिद्धार्थनगर ज़िले के सदर तहसील के महरिया एवं कोल्हुआ दो रेलवे फाटकों को बंद कर दिया है जिसके बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और रेलवे लाइन पर प्रदर्शन भी किया। और जिला मुख्यालय पहुँच कर प्रशासन को ज्ञापन भी दिया और दोनों में से एक रेलवे फाटक को खोलने या अंडरपास की मांग की। ग्रामीणों के अनुसार इन दोनों फाटकों के बन्द होने से हज़ारों की आबादी प्रभावित होगा जिन्हें 5 से 10 किलोमीटर तक रास्ता घूम कर जाना होगा। इन रास्तों गुजरने वाले लोगों अब लंबा रास्ता तय करना होगा और हर वर्ग चाहे वह विद्यार्थी,किसान,नौकरीपेशा इत्यादि सभी को दिक्कतों का सामना करना होगा।वहीं ज्ञापन देने वाले ग्रामीण पहुँचे ने मीडिया के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा और ज्ञापन पर कार्यवाही नही होने पर वह आगामी 10 तारीख से वृहद् प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे मामले में एक छात्रा ने भी अपनी समस्या को बताया कि अब उसे 7 किलोमीटर तक रास्ता घूम कर आना होगा।   PUBLISH BY MOHD ADNAN DURRANI

सिद्धार्थनगर-आक्रोशित ग्रामीणों ने किया रेलवे लाइन पर प्रदर्शन_रिपोर्ट-संदीप पांडेय

सरकार एवं रेलवे विभाग जहाँ एक तरफ अपने खर्चे कम करने के लिए और रेलवे कर्मचारियों को कम कर रही है इसके लिए वह अधिकतर जगहों पर रेलवे फाटकों को बंद कर दे रही है लेकिन वह सिर्फ आपनी बचत पॉलिसी पर ही कार्य कर रही है वहीं रेलवे फाटकों के बन्द होने से हज़ारों लोगों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है जिसकी तरफ रेलवे विभाग एवं मंत्रालय देखने को भी तैयार नही है । हाल ही सिद्धार्थनगर ज़िले के सदर तहसील के महरिया एवं कोल्हुआ दो रेलवे फाटकों को बंद कर दिया है जिसके बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और रेलवे लाइन पर प्रदर्शन भी किया। और जिला मुख्यालय पहुँच कर प्रशासन को ज्ञापन भी दिया और दोनों में से एक रेलवे फाटक को खोलने या अंडरपास की मांग की। ग्रामीणों के अनुसार इन दोनों फाटकों के बन्द होने से हज़ारों की आबादी प्रभावित होगा जिन्हें 5 से 10 किलोमीटर तक रास्ता घूम कर जाना होगा। इन रास्तों गुजरने वाले लोगों अब लंबा रास्ता तय करना होगा और हर वर्ग चाहे वह विद्यार्थी,किसान,नौकरीपेशा इत्यादि सभी को दिक्कतों का सामना करना होगा।वहीं ज्ञापन देने वाले ग्रामीण पहुँचे ने मीडिया के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा और ज्ञापन पर कार्यवाही नही होने पर वह आगामी 10 तारीख से वृहद् प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे मामले में एक छात्रा ने भी अपनी समस्या को बताया कि अब उसे 7 किलोमीटर तक रास्ता घूम कर आना होगा।

 

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