मथुरा-बाबरी मस्जिद विध्वंस की आज 29वीं को लेकर देश भर में विशेष सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है। कई संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त किए गए हैं। मथुरा में भी बाबरी विध्वंस की 29वीं बरसी पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है तथा हाई अलर्ट जारी किया गया है इसके साथ ही भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों के जवानों को लगाया गया है।
सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने मथुरा को 4 सुपरजोन, 4 जोन और 8 सेक्टरों में बांट दिया गया है इसके साथ ही किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा में 200 से अधिक अर्धसैनिक बल के जवानों की अलग से तैनाती की गई है। प्रशासन की ओर से इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था में भी बड़ा बदलाव किया गया है इसके तहत जन्मभूमि-डीग गेट की ओर किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी।इसके अतिरिक्त प्रशासन ने 7 दिसंबर तक विशेष ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है जिसका सख्ती से पालन कराया जाएगा।
वहीं अयोध्या में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन कदम उठाए गए हैं जिससे किसी भी अप्रिय घटना का सामना न करना पड़े और कानून व्यवस्था बनी रहे ।
वहीं हाल ही में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था, ‘अयोध्या, काशी जारी है… मथुरा की बारी है.’ उनके इस ट्वीट के बाद भाजपा के विधानसभा चुनाव के दौरान हिंदुत्व के मुद्दे को धार देने के कयास लगाए जा रहे हैं ऐसे में अयोध्या की तरह ही मथुरा में भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट के बाद सरकार और प्रशासन की चुप्पी भी की सवाल खड़े कर रही है इस ट्वीट के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि धार्मिक आधार पर आने वाला चुनाव लडा जाएगा।