उत्तर प्रदेश के मौजूदा विधानसभा चुनाव पर तबादला ख्याल
शायर समाज का आईना होता है जो समाज की नाहमवारियों और समाज में फैली बुराईयों को निशानदेही करके उसके अज़ाले की लगातार कोशिशें कर रहा है
जबकि समाज के जिम्मेदार तबका की हैसियत रखने वाले शोअरा पर भी ज़िम्मेदारी हो जाती है कि सेकुलर और जम्हूरी मूल्यो के फरोग़ के लिए अपनी जिम्मेदारी निभायें। इसलिए की कि कुछ अलग अलग नजरिए की हामिल पार्टियाँ इस मुल्क की गंगा-जमनी तहज़ीब को नुकसान पहुंचाने पर आमादा हैं।
लेहाज़ा शोअरा क़ौम एकज़हती और फिरक़ा वाराना हम आहंगी की फिज़ा को बरक़रार रखने के लिए अपना किरदार अदा कर सकते हैं। उपरोक्त विचारों का इज़हार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव ने नव वर्ष के अवसर पर समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ में देश के प्रसिद्ध शायर व कवि असअद बस्तवी से मुलाक़ात के दौरान कही उन्होंने और कहा कि मुल्क में नफरतें बढ़ रही है ऐसै हालात में हम सब की ज़िम्मेदारी हो जाती है कि मुठ्ठी भर नफरत फैलाने वाले लोगों के नापाक मंसूबों को नाकाम बनायें।अखिलेश जी ने असअद से कहा कि अवाम आप पर भरोसा करती है और आप को गौर से सुनती है आप की आवाज़ दुर तक पहुंचती है और उस का असर भी हमें देखने को मिलता है
मीडिया से गुफ्तगू के दौरान असअद बस्तवी ने कहा कि नव वर्ष के मौके पर ये मुलाक़ात बड़ी यादगार और अहम मुलाक़ात रही मोहतरम अखिलेश जी ने बड़े ही पुरतपाक अन्दाज़ में हमारा इस्तक़बाल किया और अदबी खिदमात की सराहना की एक सवाल के जवाब में असअद ने कहा कि यह मुलाक़ात गैर सियासी और सिर्फ अदबी रही