संतकबीरनगर- खलीलाबाद स्टेशनपुरवा में आयोजित श्री मद् भागवत कथा मे श्री अयोध्या धाम से पधारे राष्ट्रीय कथावाचक श्री प्रशांत भूषण जी महाराज मंचासीन होकर के प्रथम दिवस की कथा में भागवत जी की महात्म की कथा कुछ इस प्रकार श्रवण कराएं श्री भगवान कृष्ण का स्वरूप सत चित और आनंद के रूप में हैं जो साक्षात श्रीमद् भागवत कथा में विराजमान होता है जिन भागवत कथा को श्रवण करने मात्र से हृदय में भक्ति महारानी के साथ ज्ञान और वैराग्य जागृत होता है इसे हम मोक्षदायिनी भी कथा कहते हैं इस कथा के श्रवण मात्र से धुंधकारी जैसे महा पापी मरने के बाद भी मोक्ष को प्राप्त करते हैं यह पावन कथा श्री सुखदेव जी महाराज की पावन मुखारविंद ओं द्वारा मनुष्यों के कल्याण हेतु से प्रवाहित हुआ है राधे राधे