समाजवादी पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर कोविड नियमों का पालन करते हुए सामाजिक न्याय के योद्धा, सादगी की प्रतिमूर्ति, समाजवाद के पुरोधा एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई जिसकी अध्यक्षता पार्टी के जिलाध्यक्ष अवधेश यादव ने तथा संचालन महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार त्रिपाठी ने किया नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला जिलाध्यक्ष अवधेश यादव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रहे लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था।वह महान समाजवादी नेता थे जिन्होंने निजी और सार्वजनिक जीवन, दोनों में आचरण के ऊंचे मानदंड स्थापित किए थे.कर्पूरी ठाकुर ने समाज के भीतर पनपे जातीय व सामाजिक भेदभाव को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ताकि दलित, पिछड़े और वंचित को भी एक सम्मान की जिंदगी जीने का हक मिल सके.मुख्यमंत्री रहते हुए कर्पूरी ठाकुर ने बिहार के वंचितों के हक में न सिर्फ काम किया, बल्कि उनका मनोबल भी बढ़ाया, जिसकी वजह से दलित-पिछड़े राजनीति में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में आगे बढ़े हैं. उन्होंने पिछड़ों को 26 फीसदी आरक्षण भी देने का काम किया, जो कि देश में पहली बार बिहार में लागू किया गया था. इस समय जनता बदलाव चाहती है। वह भाजपा को हटाने के लिए संकल्पित है। जनता को भरोसा है कि समाजवादी पार्टी ही एकमात्र विकल्प है और जनता की आशा-आकांक्षाएं समाजवादी सरकार बनने पर ही पूरी हो सकेगी। समाजवादी सरकार की पिछली उपलब्धियां गवाह हैं कि समाजवादी जो कहते हैं, वहीं करते हैं और जो करते हैं वहीं कहते है। समाजवादी पार्टी और भाजपा में बुनियादी फर्क यह है कि समाजवादी नकारात्मक राजनीति नहीं करती है जबकि भाजपा नफरत फैलाती है। समाजवादी प्रगतिशील सोच की पार्टी है जबकि भाजपा के पास विकास का कोई विजन नहीं है। समाजवादी सरकार के समय जो निर्माण कार्य हुए, बुनियादी ढांचे का विस्तार हुआ भाजपा ने जनता को महंगी बिजली देकर महंगाई से कमर तोड़ने का काम किया है। युवा छात्र-छात्राएं अच्छे से पढ़ाई कर सकें और शिक्षा-रोजगार के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकें इसके लिए लगभग 20 लाख लैपटॉप भी समाजवादी सरकार में बांटे गए थे। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इसके वादे किए जो हवाई वादे निकले। भाजपा ने राजनीति को झूठ से अर्थहीन बना दिया हैं और अपनी साजिशों से उसने जनता के बीच विश्वास खो दिया है। महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है। अन्याय, अत्याचार से लोग त्रस्त हैं। भाजपा के अब गिने-चुने दिन रह गए हैं। सन् 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा का सफाया होना तय है।
इस दौरान प्रमुख रुप से जिलाध्यक्ष अवधेश यादव कृष्ण कुमार त्रिपाठी प्रहलाद यादव रवि त्रिपाठी अखिलेश यादव मिर्जा कदीर बैग सिंहासन यादव जयप्रकाश यादव बृजेश गौतम जावेद खान अशोक चौधरी नीलम पांडे शशिकांत दुबे नजमुल हसन शब्बीर कुरेशी विकास चंद यादव नईम सिद्दीकी उर्मिला देवी आफताब विनोद यादव शिवाजी शुक्ला अरविंद शुक्ला अमित शुक्ला महेंद्र यादव मोहम्मद कैश शिव प्रसाद यादव संतोष यादव अनूप यादव राजेश यादव मैंना भाई रामनाथ यादव ओपी यादव अमित रवि यादव स्वतंत्र सिंह यादव लालजी यादव अभिषेक यादव आकाश हिजकेल नवल किशोर विक्की निषाद इमरान खान एजाज कुरैशी फैज खान रिजवान खान शकील शाही संतोष गौड़ रौनक पुजारी यादव चंद्रमणि यादव दिलीप यादव धर्मेंद्र यादव गुड्डू शाह सलीम शेख गोविंद प्रजापति गुलाम अहमद मोहम्मद सलमान सोहराब खान वीर बहादुर यादव नसीम अंसारी सिराजुद्दीन रहमानी शादाब आलम आफताब निजामी विजेंद्र अग्रहरि अमरजीत यादव आदि मौजूद रहे।