सुलतानपुर—जिले में एक सफाई कर्मी की विधवा मृतक आश्रित कोटे में नौकरी पाने के लिए दस सालों से भटक रही है। दलित विधवा का आरोप है कि जिला पंचायत राज अधिकारी ने उसके साथ छेड़छाड़ किया है। महिला ने इसकी शिकायत एससीएसटी आयोग समेत तमाम उच्च अधिकारियों से की है। इस बाबत जिला पंचायत राज अधिकारी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
बयान दर्ज कराने पहुंची दलित विधवा
2012 में हुई थी सफाई कर्मी की मौत
आपको बता दें कि मामला दुबेपुर ब्लॉक के एक गांव का है। यहां का रहने वाला दलित सफाई कर्मी का गंभीर बीमारी के चलते 2012 में निधन हो गया था। तब से उसकी विधवा पत्नी नौकरी के लिए जिला पंचायत राज विभाग के ऑफिस का चक्कर लगा रही थी। आरोप है कि बीते नवंबर माह में महिला को जिला पंचायत राज आधिकारी आरके भारती ने अपने घर बुलाया और जबरन उससे शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने लगे। महिला ने विरोध किया तो आरके भारती ने उसका हाथ पकड़ लिया किसी तरह महिला वहां से भाग निकली।
विकास भवन में है आरोपी अधिकारी का ऑफिस
आज जांच अधिकारियों ने पीड़िता का दर्ज किया बयान
इस बात से नाराज जिला पंचायत राज अधिकारी ने उसे नौकरी न देने की धमकी दे डाली। पीड़ित महिला ने जिला पंचायत राज अधिकारी की करतूत की शिकायत एससीएसटी आयोग समेत तमाम आलाधिकारियों से की है। इसी बात को लेकर आज एक जांच टीम कलेक्ट्रेट पहुंची और पीड़ित महिला का बयान दर्ज किया।
महिला नहीं आई ऑफिस
उधर दलित विधवा के आरोपों को जिला पंचायत राज अधिकारी आरके भारती ने सिरे से खारिज किया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि इस महिला का नियुक्ति प्रत्यावेदन निरस्त किया जा चुका है। इसी बात को लेकर वो उन पर आरोप लगा रही है। डीपीआरओ के अनुसार महिला की रिकॉर्डिंग उनके पास है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला ने उनसे कभी मुलाकात नहीं की है। साथ ही वो महिला भी कभी ऑफिस नहीं आई है।