श्रवण के साथ व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने भी ली सदस्यता
− ज्वाइनिंग कमेटी बीजेपी के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त बाजपेई ने दिलाई सदस्यता
–विधानसभा चुनाव 2022 में अग्रहरि समाज ने किया बीजेपी को समर्थन,श्रवण अग्रहरि ने सौंपा समर्थन पत्र
लखनऊ।अग्रहरि समाज (रजि.) उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष व अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष तथा जुझारु तेजतर्रार नेतृत्वकर्ता श्रवण कुमार अग्रहरि बुधवार को लखनऊ के भारतीय जनता पार्टी कार्यालय मेंज्वाइनिंग कमेटी बीजेपी के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त बाजपेई ने अंग वस्त्र प्रदान पहना कर सदस्यता दिलाई। इस दौरान अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ अखिल भारतीय अग्रहरि समाज के राष्ट्रीय संरक्षक व अमेठी के जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि( राजेश मसाला),राष्ट्रीय संरक्षक राजेश हीरालाल अग्रहरि, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अग्रहरि समाज विदुप अग्रहरि, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल, गोरखपुर नगर निगम के पार्षद व केंद्रीय उपाध्यक्ष मदन लाल अग्रहरि, की गरिमामय उपस्थिति रही।*उनके साथ देवेंद्र अग्रहरि प्रदेश कोषाध्यक्ष अग्रहरि समाज, उमेश अग्रहरि मार्गदर्शक सलाहकार, रामेंद्र अग्रहरि प्रदेश उपाध्यक्ष , नगर पंचायत कप्तानगंज चेयरमैन शिवशंकर अग्रहरि, नगर पंचायत मुसाफिरखाना चेयरमैन बृजेश अग्रहरि, प्रतापगढ़ से प्रदेश उपाध्यक्ष उमा प्रकाश अग्रहरि सहित अनेक महत्वपूर्ण पदाधिकारियों के साथ जहा भारी संख्या में व्यापार मंडल के लोग उपस्थित रहे, वहीं 25 जनपदों के अग्रहरि वैश्य समाज के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी के समक्ष सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होने कहा कि शुरुआती दौर से ही संघ परिवार व भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा रहा। वर्ष 2001 में धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव तथा समाजवाद से प्रभावित होकर समाजवादी पार्टी को चुना। पार्टी की सदस्यता ग्रहण की तथा विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। लेकिन लगातार व्यापारी वर्ग के साथ-साथ वैश्य समाज की उपेक्षा होती रही। उनके शासन काल में व्यापारियों के साथ जाति व धर्म देखकर सारे कार्य होते रहे। स्थिति यह रही कि कैराना में व्यापारियों के पलायन करना पड़ा। अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया था। पांच साल सत्ता से दूर रहने के बाद भी अखिलेश यादव की आंख नहीं खुली। राष्ट्रीयता से इतर हटकर काम किए गए। निरन्तर सनातन मान बिन्दुआं पर शाब्दिक प्रहार किए जाते रहे। पार्टी किसी धर्म या जाति विशेष की नहीं होती है, बल्कि वह सभी की बराबर होती है। विपक्ष के विरोध में नैतिकता तथा राष्ट्रवाद को उन्होने ताक पर रख दिया। नतीजा यह हुआ कि व्यापारियों तथा अग्रहरि वैश्य समाज के हजारों लोगों के साथ पार्टी को छोड़ने पर विवश होना पड़ा।
इस अवसर पर अग्रहरि समाज के राष्ट्रीय संरक्षक जनपद अमेठी जिला पंचायत के अध्यक्ष राजेश अग्रहरि( राजेश मसाला) अखिल भारतीय अग्रहरि समाज के राष्ट्रीय संरक्षक मुंबई से आए राजेश हीरालाल अग्रहरि तथा अखिल भारतीय अग्रहरि समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष विदुप अग्रहरि ने कहा कि जब राष्ट्र नव निर्माण के दौर से गुजर रहा है। भारत के गौरवशाली इतिहास को पुनर्स्थापित किया जा रहा है।राम राज्य की स्थापना हो रही है, विश्व में यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्र के विकास की तरफ अग्रसर हो विश्व में गौरवान्वित हो रहा है, परम पूजनीय योगी जी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भयमुक्त, अपराध मुक्त, दंगा मुक्त समाज की स्थापना तथा नौजवान छात्रों के सुनहरे भविष्य के लिए पारदर्शी नियुक्ति व्यवस्था, मातृशक्तियों के लिए भयमुक्त माहौल बनाकर सपा सरकार में बीमारू राज्य कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश को स्वस्थ व विकसित प्रदेश की श्रेणी में खड़ा करने का कार्य गतिमान है, तो ऐसी दशा में अग्रहरि समाज राष्ट्र के विकास के प्रति समर्पित भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण समर्थन देने का संकल्प लेता है। उत्तर प्रदेश के 40 अग्रहरि समाज बाहुल्य जनपदों की 65 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की विजय सुनिश्चित करने का कार्य करते हुए विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी को 300 से अधिक सीटों पर विजय प्रदान कर पुन: भारतीय जनता पार्टी के पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने मे सहयोग किया जाएगा।
इस दौरान उनके साथ अखिल भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जैन, प्रदेश मंत्री पवन जायसवाल ने कहा कि भयमुक्त वातावरण में व्यापारियों का व्यापार करना आसान एवं सुरक्षित हुआ है। इस अवसर पर जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधीर जैन, हरीलाल गुप्ता, राकेश सिंह, नवीन गुप्ता, राकेश अग्रहरि लखनऊ युवा मंडल अध्यक्ष उपाध्यक्ष बसंत अग्रहरि, संरक्षक युवा अग्रहरि मंडल लखनऊ शिव शंकर अग्रहरी, विजय प्रकाश कांन्दू, उदय राज अग्रहरि धनघटा तहसील प्रभारी, गुड्डू अग्रहरि, गिरीश चंद्र अग्रहरि ,लाल चंद्र अग्रहरि, ओम प्रकाश अग्रहरि, नन्दलाल मद्धेशिया, कुबेर गुप्ता, ओंकार मद्धेशिया, अमित मद्धेशिया के साथ ही के साथ ही अमेठी, संतकबीरनगर, प्रतापगढ़, बस्ती, अयोध्या, लखनऊ गोरखपुर रायबरेली अमेठी सुल्तानपुर अंबेडकर नगर, गाजीपुर, महाराजगंज, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर सहित 25 जनपदों के सैकड़ों अग्रहरि समाज के लोग उपस्थित रहे।*