- झिंझाना के प्रशांत कश्यप एयरपोर्ट के नीचे बने बंकर में छिपकर बचा रहे जान
- शामली के भाई बहन के फंसे, माता-पिता कर रहे बच्चों की सलामती की दुआ
शामली-रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हो चुका है।
बम धमाकों के साथ ही यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं में दहशत का माहौल है। जिला शामली के दो भाई बहन समेत तीन छात्र यूक्रेन में फंसे हुए है। तीनों विद्याथी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढाई कर रहे है। गुरुवार को रूस ने यूक्रेन पर हमला कियाा तो शामली तक इसका असर हुआ है। छात्र-छात्राओं के परिजनों में चिंता है। सभी अपने बच्चों की सलामती की दुआ कर रहे है।
शामली निवासी प्रशांत भार्गव का बेटा अंश भार्गव व बेटी मानवी यूक्रेन में फंसे है। दोनों बच्चे पढाई कर रहे है, वहीं एक किलोमीटर दूर बम धमाका हुआ है। बच्चों की सलामती की परिजन दुआ कर रहे है। प्रशंत भार्गव ने बताया कि बच्चे बुरी तरह से फंस गए है। सरकार इस ओर ध्यान दे। वहीं दूसरी ओर झिंझाना निवासी डा. रामनिवास के पुत्र प्रशंत कश्यप का गुरुवार को भारत आने का टिकट कंफर्म हो गया था। वे आने के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचे थे, लेेकिन अचानक कुछ दूरी पर बम धमाकों के कारण उन्हें बंकर में रखा गया है। यह बंकर एयरपोर्ट के नीचे बनाया गया है।
विधायक ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
भारतीय जनता पार्टी के शामली विधायक तेजेंद्र निर्वाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बच्चों को भारत लाने की प्राथना की है। उन्होंने ट्विट व पत्र में लिखा है कि यूक्रेन में युद्ध संकट के कारण विकट स्थिति में फंसे झिंझाना निवासी रामनिवास कश्यप के पुत्र प्रशांत कुमार कश्यप व अपने सभी लोगों को सकुशल वापिस लाया जाए।