सिद्धार्थनगर।पूर्वांचल के प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर भास्कर शर्मा ने कहा कि होमियोपैथिक चिकित्सा विधा के जनक डाॅ. सैमुअल हैनीमन का नाम इतिहास में सदैव स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज रहेगा। उन्होंने वर्षों के कठिन परिश्रम व सतत् अनुसंधान से समानता के सिद्धांत पर आधारित होमियोपैथी रूपी चिकित्सा पद्धति का आविष्कार कर पूरे विश्व को एक अमोद्य अस्त्र प्रदान किया है। इसके द्वारा असाध्य रोगों का इलाज भी सरलतापूर्वक किया जा सकता है। उनके इस कृत्य के लिए संपूर्ण मानव सदैव ऋणी रहेगा।
डॉक्टर भास्कर शर्मा शर्मा होम्योपैथिक चिकित्सालय एंड रिसर्च सेंटर इटवा बाजार सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश में आयोजित डाॅ. हैनिमन के परिनिर्वाण दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉ. हैनिमन की परिनिर्वाण दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई गई हैl कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए डॉ शर्मा ने डॉक्टर हनीमैन परिनिर्वाण दिवस पर दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण कर खुद को ऊर्जावान महसूस करते हुए डा. सैमुअल हैनिमन के राह चलने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि किसी भी स्वास्थ्य समस्या के समाधान के लिए वे हमेशा तत्पर हैं। इसके साथ ही प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें। और अंत में डॉ मनोज शर्मा मुगलसराय डॉ अमित जायसवाल डॉक्टर राजकुमार शर्मा डॉ प्रशांत आदि चिकित्सकों ने डॉक्टर हनीमैन की प्रतिमा पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया और दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में डॉक्टर बृजेश चौरसिया डॉ सुमित डॉ अमित संतोष महेश कुमार आदि लोग मौजूद रहेl