संतकबीरनगर– समाजवादी पार्टी में कई बड़े महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके विजय प्रताप सिंह ने प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव को खुला पत्र लिखा है। पत्र में सपा नेता विजय प्रताप सिंह ने प्रसपा प्रमुख शिवपाल पर गम्भीर आरोप लगाये हैं। आपको बता दें कि विजय प्रताप सिंह राजनीति में आक्रामकता के लिए जाने जाते हैं जिनकी पहचान एक खांटी सपाई के रूप में की जाती है। प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव के नाम लिखे खुले पत्र में सपा नेता विजय प्रताप सिंह ने शिवपाल सिंह यादव को सम्बोधित करते हुए लिखा है कि आप द्वारा अक्सर प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से आपके बयान समाजवादी पार्टी को कमजोर करने के लिए आ रहे हैं ये बात अब सर्वविदित हो गई है कि आप भाजपा के मीडिया सेल की बनाई चिट्ठी को पढ़ते हैं सर्वविदित है कि भाजपा काफी दिनों से आपके ही माध्यम से समाजवादी पार्टी को कमजोर करने में लगी है अब शायद आपको याद भी नहीं होगा कि उ0प्र0 में भाजपा जब विपक्ष में थी तो उ0प्र0 में सारे भ्रष्टाचार और गुण्डागर्दी की जड़ चिल्ला-चिल्लाकर आपको ही बताती थी पर आप आज उनके साथ खड़े हैं इसमें आपको कोई बुराई नज़र नहीं आती। एक समय में मायावती जी पर आप द्वारा अभद्र टिप्पणी की गई थी जिसमें आपके ऊपर केस भी दर्ज की गई थी आज उनके साथ राष्ट्रपति चुनाव में आप खड़े हैं इसमें भी कोई बुराई आपको नजर नहीं आती पर भारत में लोकतंत्र की रक्षा के लिए श्री अखिलेश यादव जी अगर विपक्ष के साझा उम्मीदवार श्री यशवन्त सिन्हा (अर्थशास्त्री), पूर्व वित्त मंत्री की अगुवाई कर रहे हैं तो आपके लिए ये गुनाह है क्योंकि श्री अखिलेश यादव जी पर हमला करके ही आपकी भाजपा में जाने की राह आसान होगी।
महोदय हम सब समाजवादी पार्टी के सिपाही हैं और 25 वर्षों से पार्टी को सेवा दे रहे हैं अब समाजवादी पार्टी हम सब के लिए माता-पिता की तरह है और आपको विश्वास दिलाते हैं कि हम सब समाजवादी पार्टी को कमजोर नहीं होने देंगे। भाजपा की कोशिश आपके माध्यम से कभी कामयाब नहीं होगी। अगर आप को याद हो कि आप को लेकर ही भाजपा हमेशा नेताजी पर हमलावर रहती थी क्या-क्या कहती थी आप से ज्यादा कोई नहीं जानता। अब इसमें भी आप को कोई बुराई नजर नहीं आती पर नेताजी पर यशवन्त सिन्हा जी का एक राजनीतिक बयान कल आपको याद आ गया क्योंकि ऐसा कहने के लिए भाजपा ने ये बयान आपको याद दिलाया होगा।
मैं जानता हूँ कि खुले तौर पर यह सब हमको नहीं लिखना चाहिए पर एक समाजवादी सिपाही की ये व्यथा है जो आज कागज पर उतर गई हमें उम्मीद है कि जल्द ही आप समाजवादी पार्टी के विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होकर एक नये राजनीतिक सफर की शुरुआत करेंगे।