चित्र 1&2 बरसात के पहले युद्ध स्तर पर साफ सफाई व नाला निर्माण कार्य
चित्र 3 से लेकर 7 तक – दृश्य गोलाबाजार : जहाँ आमतौर पर बरसात के दिनों में लगता था घुटनो तक पानी लेकिन आज इसकी तस्वीर ही कुछ और…..पब्लिक बोली – थैंक्स चेयरमैन साहब !
संतकबीरनगर – “कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…!” मशहूर कवि दुष्यन्त कुमार की ये पंक्तिया खलीलाबाद नगरपालिका परिषद के चेयरमैन श्याम सुंदर वर्मा पर एकदम सटीक बैठती हैं जिन्होंने तमाम झंझावटो के बीच अपने एक्शन प्लान से शहर को जल भराव से मुक्त करा दिया। जल निकासी की वर्षो पुरानी समस्या को जड़ से खत्म कर शहर जल जल भराव से मुक्त कराने वाले शहर चेयरमैन श्याम सुंदर वर्मा के ही मास्टर प्लान का ये परिणाम है कि मूसलाधार बरसात के बीच गोला बाजार इलाका जल जमाव की समस्या से मुक्त है। आम तौर पर बरसात के दिनों में घुटने तक सड़क पर पानी तो लगता ही था साथ ही सटे मुहल्लो में बने घरों में बरसात का पानी घुसा रहता था लेकिन आज चेयरमैन के प्रयास से न तो सड़क पर पानी है और न ही किसी मुहल्ले में जलजमाव। आपको बता दें कि साल 2017 में काँटों का ताज़ पहन चेयरमैन बनने वाले श्याम सुंदर वर्मा के राह में राजनैतिक अड़चने तो थी ही उसपर वैश्विक महामारी कोरोना के कारण 02 वर्ष तक आशातीत बजट न मिलने से शहर क्षेत्र का विकास काफी प्रभावित था, जिसमे जल जमाव एक प्रमुख समस्या थी, जल जमाव के कारण आलोचनाओं का दंश झेलने वाले शहर चेयरमैन ने इस साल के गर्मी महीने पर सर्वाधिक फोकस जल निकासी को लेकर किया। शहर जल जमाव् से मुक्त रहे इसलिए उन्होंने शासन से नाली नाला निर्माण के मद में अतिरिक्त बजट लाया और फिर शुरु करा दिया नालों के निर्माण का कार्य। इसके साथ ही उन्होंने अन्य जाम पड़े नालों की युद्ध स्तर पर सफाई करवाई जिसके चलते आज लगातार हो रही भारी बरसात के बाबजूद भी जल जमाव की समस्या से मुक्त है। इस साल सड़को मुहल्लो में कहीं भी जलजमाव नही देखने को मिला। स्थानीय लोगों ने चेयरमैन को इसके लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि ऐसे ही जनप्रतिनिधियों की आज आवश्यकता है जिनकी कथनी और करनी में कोइ अंतर नही होता है।