संतकबीरनगर जिले मे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस नीति का कोई और नही स्वास्थ्य महकमा ही मजाक़ बना रहा है। पूरा मामला बेहद गंभीर होने के बाद भी स्वास्थ्य महकमा कार्यवाई की बजाय चुप्पी साध बैठा है।
नौकरी साथ रेगुलर स्नातक व स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण करने वाली ए एन एम सोनम सिंह पर स्वास्थ्य महकमा के जिम्मेदार यानी सीएमओ साहब कार्यवाई के बजाय उस पर मेहरबान है, ये आरोप शिकायतकर्ता अभिषेक श्रीवास्तव ने लगाते हुए मुख्यमंत्री से कार्यवाई की मांग की है। आपको बता दें कि नौकरी के साथ रेगुलर शिक्षा पूरी करने के मामले मे हुई शिकायत पर थाना कोतवाली मे ए एन एम सोनम सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज होने के बाद जहाँ तत्कालीन सीएमओ ने ए एन एम का मानदेय रोक रखा था वहीं शिकायतकर्ता अभिषेक श्रीवास्तव के मुताबिक मौजूदा सीएमओ तमाम नियमों कानूनों, शासन के निर्देशों को न मानते हुए ए एन एम को मानदेय देने का आदेश दे चुके हैं।
आपको बता दें कि शासन के आदेशों के मुताबिक गंभीर आरोप मे निरुद्ध कर्मी की सेवाएं समाप्त करने का प्रावधान है लेकिन भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420 समेत कई गंभीर धाराओ मे ए एन एम सोनम सिंह के खिलाफ दर्ज मुकदमे के बाबजूद आज तक सीएमओ ने कोई कारण बताओं नोटिस भी जारी करने की जहमत नही उठाई। शिकायतकर्ता का आरोप है कि सीएमओ अनुचित लाभ लेकर ए एन एम को साफ साफ बचाने के फिराक मे जुटे हुए है इसलिए इतना गंभीर मामला होते हुए भी दोषी ए एन एम के खिलाफ कोई कार्यवाई नही कर रहें है। मामले मे सीएमओ की सुस्त चाल देख शिकायतकर्ता ने पूरे प्रकरण की शिकायत आईजीआरएस् पोर्टल पर करने के साथ जिलाधिकारी को रजिस्टर्ड डॉक से भेज कार्यवाई की मांग की है।