संतकबीरनगर। डीएम प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यशैली में सुधार व समय के पाबंद रहे कभी भी किसी भी कार्यालय का औचक निरीक्षण उनके द्वारा किया जा सकता है। अनुपस्थित व उदासीनता पाये जाने पर अनुशानात्मक कार्यवाही तय है। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह ने बुधवार को तहसील सदर, नगर पालिका कार्यालय एवं विकास खण्ड खलीलाबाद का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा सदर तहसील का निरीक्षण के दौरान तहसील के सभी कार्यालयों/पटलों का निरीक्षण कर सम्बंधित अधिकारियों से पूछताछ करते हुए व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन आदि के बारे में जानकारी ली गयी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिदायत दिया कि आमजन द्वारा जो शिकायतें दर्ज कराई जाती है उनका निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। कार्यालय में विभिन्न पटलों पर पत्रावलियों का व्यवस्थित ढंग से रख-रखाव किया जाए। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार को निर्देशित किया कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जिससे तहसील में आने वालों को अनावश्यक कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े। पटलों पर छूटे हुए अथवा लम्बित कार्यांे को अविलम्ब पूरा कर दिया जाए। जिलाधिकारी द्वारा तहसील के मतदाता पंजीकरण कक्ष, भू-लेख कम्प्यूटर कक्ष, निवर्तन कक्ष, तहसीलदार न्यायालय कक्ष आदि का निरीक्षण करते हुए कार्याे के ससमय एवं गुणवत्तापरक निष्पादन के निर्देश दिये गये। औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप अधिकारीगण अनिवार्य रूप से नियमित जनसुनवाई कर अपने स्तर पर ही आमजन की समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करें, जिससे जनसामान्य को अनावश्यक रूप से उच्च अधिकारियों के पास भाग-दौड़ करने अथवा शिकायत करने की स्थिति न उत्पन्न हो। औचक निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने नगर पालिका परिषद कार्यालय पहुॅचकर उपस्थित कर्मचारियों से व्यवस्थाओं की जानकारी लिया। कार्यालय में आमजन सुनवाई में अनियमितता पाये जाने पर इसमें सुधार लाने की कड़ी चेतावनी दिया। उन्होंने कहा कि पूर्वान्ह 10 से 12 बजे तक अनिवार्य रूप से जनसुनवाई करते हुए फरियादियों की समस्याओं का निराकरण कराया जाए। जिलाधिकारी द्वारा विकास खण्ड खलीलाबाद के निरीक्षण के दौरान ब्लाक परिसर में साफ-सफाई, पत्रावलियों का रख रखाव आदि के साथ-साथ विकास खण्ड पर समय-समय पर दिये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में सम्बंधित अधिकारियों/पटल सहायकों से पूछताछ करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान ओएसडी बलदाऊ जी शर्मा साथ में रहे।