संतकबीरनगर – जिले के ट्विन टॉवर माने जाने वाले नामचीन ईमारतों पर योगी का चलेगा बल्डोजर की खबर का संज्ञान लेते हुए प्रखर वक्ता वरिष्ठ सपा नेता सुनील सिंह उन व्यापारियों की मदद को आगे आये जो सत्तापक्ष के माननीयों के दर माथा टेक निराश हो चले थे। कागज़ी उलझनों के बीच सपा नेता का ये आश्वासन उन सभी व्यापारियों और उनके परिवार वालों के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नही। आपको बता दें कि सदर एसडीम के द्वारा जारी फरमान के बाद समय माता मंदिर के पोखरे के आसपास दुकान्, रेस्टोरेंट और होटल चलाने वालों मे हड़कंप मचा हुआ है, बीजेपी की 04 इंजनों यानी नगर निकाय, विधायक, एमएलसी, सांसद, तक मदद माँगने वाले व्यापारियों को जब हर जगह से निराशा मिली और इस बात की जानकारी जब सपा के दिग्गज नेता सुनील सिंह को हुई तब उन्होंने प्रशासन के खिलाफ दो दो हाथ करने का एलान करते हुए व्यापारियों को ये आश्वस्त किया कि किसी भी हालात मे उनके साथ अन्याय नही होने दिया जायेगा। विश्वसनीय न्यूज़ संस्थान सत्यमेव टाइम्स से बातचीत करते हुए सपा नेता सुनील सिंह ने कहा कि खलीलाबाद शहर में स्थानीय प्रशासन की दादागिरी देखने को मिल रहा है, उत्तर प्रदेश सरकार के इशारे पर व्यपारियो के साथ जबरद्स्ती और अन्याय कर रहा है। संतकबीरनगर का प्रशासन द्वारा यह कहा जा रहा है कि कुछ लोग जो कई वर्षों से अपना मकान और दुकान बनाकर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं वे सब अनाधिकृत हो गए। जबकि सच्चाई यह है कि यहाँ पर लोग पचासों साल से रह रहे हैं। सबके मकानों के नक्शे पास हैं और सभी लोग बाकायदा सरकार को टैक्स देते हैं। सबके बिजली के कनेक्शन भी हैं और सभी लोग उसका बिल भी कई वर्षों से जमा कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन ने कभी नहीं रोका और आज ऐसी कौन सी स्थिति परिस्थिति बन गयी कि सैकड़ो वर्षों से बसे लोगों को बिना उन्हें सुनवाई का अवसर दिए उन्हें उजाड़ा जा रहा है। 1986 में तत्कालीन तहसीलदार ने उक्त भूमि को आबादी घोषित किया था । वर्तमान प्रशासन बताये कि उस् समय से अबतक के राजस्व विभाग के अधिकारियो और कर्मचारियो के खिलाफ कब कार्यवाही करेगा ? उनके ऊपर कब बुलडोज़र चलेगा?
शासन, प्रशासन के इस तानाशाही रवैये का हम पुरजोर विरोध करते हैं और यहाँ की जनता के हर लड़ाई में हम साथ हैं और हम इसे सड़क से लेकर सदन तक और जरूरत पड़ी तब सर्वोच्च अदालत तक इस मामले को लेकर जाएंगे और यहाँ की जनता को जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।