संतकबीरनगर-जिला मुख्यालय पर गोंड विकास संस्था के बैनर तले गोंड समाज के लोगों ने अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र बनने की मांग पर भूख हड़ताल पर बैठे तीन लोगों तबीयत बिगड़ गई, जिसकी जांच करने पहुंचे चिकित्सकों ने भर्ती करने व दवा खाने की सलाह दिया, लेकिन वे लोग दवा खाने एवं भर्ती होने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक ऐसे ही बैठे रहेंगे। भूख हड़ताल एवं धरना पर गोंड समाज के लोगों ने कहा 4 दिनों से हम लोग भूखे प्यासे धरना पर बैठे हुए हैं लेकिन कोई भी जिम्मेदार सुधि लेने वाला नहीं है। आज तक कोई देखने तक नहीं आया। आपको बता दें खलीलाबाद स्थित विकास भवन के निकट धरना स्थल पर गोंड विकास संस्था संगठन के के.के.निर्भीक ने बताया कि कई सालों से जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवदेन देते हैं। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण नहीं बन पाता है। जिसके विरोध में भूख हड़ताल एवं धरने पर बैठे हुए हैं। उन्होने कहा कि वर्ष 1997 से 2000 में शासनादेश जारी हुआ कि जिनके भू अभिलेख में गोंड जाति दर्ज है। उनका प्रमाण पत्र जारी किया जाए, लेकिन इसके बाद भी जिले के किसी भी तहसील में गोंड जाति का प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा है। प्रशासन मनमाने तौर पर आवेदन को निरस्त कर दे रहा है। जिससे गोंड समाज के बच्चों की पढ़ाई व नौकरी सहित सभी कार्याे में आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा भूख हड़ताल पर बैठे दिलीप गोंड, सतिराम, श्रीचंद गोंड की तबीयत खराब है, लेकिन जिले का जिम्मेदार अधिकारी कोई इसकी सुधि लेने वाला नहीं है, सिर्फ एलआइयू की टीम आती है और जांच करके चली जाती है।