संतकबीरनगर। गोंड विकास संस्था के बैनर तले पिछले सात दिनों से लोग धरना प्रदर्शन चल रहे हैं। जाति प्रमाण पत्र की मांग को लेकर अनवरत आमरण अनशन की चेतावनी है। भूख हड़ताल कर रहे लोगों में से 6 लोगों की स्थिति गंभीर हो गई जिन्हें जिला अस्पताल के डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया है। मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्य टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉ0 सुखदेव प्रसाद ने बताया सतीराम गोंड, दिलीप गोंड, श्रीचन्द्र गोंड, बृजेश गोंड, ईश्वरचंद गोंड, हरिशंकर गोंड, स्थिति बेहद गंभीर है जिसको देखते हुए तत्काल स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल में दाखिला कराया जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर सभी को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। सातवों दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि उन्हें अनुसूचित जाति गोंड का प्रमाण पत्र जारी करने में अधिकारियों द्वारा हीला हवाली की जा रही है और ना ही कोई अधिकारी उनका सुध लेने को तैयार है। गोंड विकास संस्था के अध्यक्ष के.के.निर्भीक ने कहा कि प्रशासन मौन होकर यह सोच रहा है कि हम अपने हक और अधिकार के लिए पीछे हट जाएंगे तो इस गलतफहमी में ना रहे प्रशासन की लापरवाही के चलते हमारे समाज के लोगों का स्वास्थ्य बेहद खराब हो गया है यदि कोई अनहोनी होता है तो जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा उन्होंने कहा कि पहले ही प्रशासन के अधिकारियों ने चेतावनी तो आज ऐसी स्थिति नहीं हुई होती उन्होंने कहा हम सभी अपनी मांगों को लेकर अटल हैं और नई रणनीति यहीं से बनाई जा रही है और इसका अंजाम प्रशासन को देखेगा, प्रशासनिक अधिकारी जानबूझकर गलत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं और हमें अपने हक और अधिकार से वंचित करने और शोषण करने का जो षड्यंत्र बनाया जा रहा है उसमें प्रशासन सफल नहीं होगा हमारा आमरण अनशन जारी रहेगा चाहे उसके लिए हमें किसी भी अंजाम से क्यों न गुजरना पड़े। इस दौरान राम जन्म गोंड, दिनेश गौड़, प्रेम सागर शिवपाल, राम मूरत, हिमांशु, मनोज गोंड, विजय कुमार गोंड, ज्योति, शांति देवी, आरती देवी, मालती देवी, समेत आदि गोंड समाज के लोग उपस्थित रहे।