संतकबीरनगर – जिले के जिला मुख्यालय खलीलाबाद के प्रतिष्ठित व्यापारियों मे से एक अरविंद वर्मा ने नगर निकाय चुनाव मे ताल ठोंक समाजवादी पार्टी से खलीलाबाद नगरपालिका सीट के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। गौरतलब हो कि अरविंद वर्मा तकरीबन एक दशक से सपा के लिए व्यापारियों के बीच एक मजबूत जमीन तैयार करने वाले नेता के रूप मे उभरकर सामने आये है। सजातीय बंधुओ के साथ व्यापार से जुड़े लोगों के साथ आत्मीय रिश्ता रखने वाले अरविंद वर्मा सिर्फ जिले मे ही नही बरन पार्टी के निर्देश पर पूरे पूर्वांचल के व्यापारियों को पार्टी से जोड़ने का कार्य लगातार करते चले आ रहें हैँ। मृदु भाषी अरविंद वर्मा युवाओं के बीच मजबूत पकड़ रखतें है, अरविंद वर्मा की ताकत का लोगों को पहली बार उस वक्त पता चला था लोकसभा चुनाव लड़े स्व राजेश सिंह के साथ कदमताल करते हुए श्री वर्मा उन्हे जीत की दहलीज तक पहुंचा दिये थे, खलीलाबाद, मेंहदावल से स्व राजेश सिंह को जो बढ़त सपा, बसपा व भाजपा के विरुद्ध मिली थी वो आज भी लोगों को याद है, ये बढ़त अरविंद वर्मा की बजह से मिली थी, दोनो विधान सभा खलीलाबाद और मेंहदावल के व्यवसाइयों ने श्री वर्मा के कहने और अनुरोध करने पर पीस पार्टी के उम्मीदवार रहे स्व राजेश सिंह को जमकर वोट कर उन्हे फाइट मे ला खड़ा किया था। खैर वक्त बदला तब श्री वर्मा ने अखिलेश यादव की नीतियो मे आस्था जता सपा को जॉइन किया, पार्टी जॉइन के बाद से लेकर अब तक पार्टी के हित मे काम करते चले आ रहे श्री वर्मा को कभी पद की लालसा नही रही। पर जब आरक्षण ओबीसी कोटे मे गया तब उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अपने संघर्षो से जुड़ा पत्र भेज खलीलाबाद नगरपालिका सीट से टिकट की मांग कर डाली। लोगों के मुताबिक यदि सत्ता पक्ष से कोई मजबूती से लड़ सकता है तो वो अरविंद वर्मा ही है। अब ऐसे मे पार्टी हाई कमान क्या निर्णय लेती है ये तो आने वाला वक्त बतायेगा पर अरविंद वर्मा की दावेदारी ने खलीलाबाद की सियासत को गर्म जरूर कर रखा है।