संतकबीरनगर – नगर निकाय चुनाव मे OBC आरक्षण को लेकर कोर्ट द्वारा आये फैसले पर जहाँ भाजपा के अंदरखाने मे घमासान छिड़ा है वहीं अब इस मुद्दे को लेकर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी सत्ता रूढ़ दल भाजपा को चौतरफा घेर उसपर हमला बोल रही है। हाल ही मे सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने आरक्षण के सवाल पर भाजपा पर ये आरोप मढा कि ये सब बीजेपी की सिर्फ एक चाल है, भाजपा OBC विरोधी है। वहीं अपने अध्यक्ष की बात मे इत्तेफ़ाक जताते हुए युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव व पूर्व जिला महासचिव नित्यानंद यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाजपा पर जुबानी तंज कसते हुए कहा कि आरक्षण विरोधी भाजपा निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के विषय पर घड़ियाली आंसू बहा रही है। आज भाजपा ने पिछड़ों के आरक्षण का हक छीना है, कल भाजपा बाबा साहब द्वारा दिए गए दलितों के आरक्षण को भी छीन लेगी। श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने न केवल पिछड़ों को धोखा दिया है अपितु बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के दिए संविधान को भी खत्म करने की साजिश की है। निकाय चुनावों में ओबीसी का आरक्षण खत्म करने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। न्यायालय के समक्ष जानबूझकर तथ्य प्रस्तुत नहीं किये गये। उत्तर प्रदेश की 60 प्रतिशत आबादी को आरक्षण से वंचित कर दिया गया। भाजपा ने मनमानी प्रक्रिया अपने फायदे के लिए ही की थी। श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की पिछड़ा विरोधी नीयत साफ हो गई है। भाजपा जो खुद नहीं कर पाती वह जनहित याचिका के माध्यम से करवाती है। भाजपा का चाल, चरित्र, चेहरा सारी दुनिया के सामने उजागर हो गया है। जो खुद को पिछड़ा वर्ग हितैषी बताते थे वे भाजपा में आज बंधुआ मजदूर की तरह दिख रहे हैं।